पटना : आमतौर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कम ही गुस्से में देखे जाते हैं लेकिन पिछले तीन-चार महीनों में वो सार्वजनिक मंचों पर गुस्सा करते नजर आ रहे हैं। सोमवार को बिहार विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान नीतीश कुमार राजद एमएलसी पर गुस्सा हो गए और उन्हें बैठने के लिए कह दिया। नीतीश कुमार ने सदस्यों को सदन के नियम कानून जानने की बात कही।
दरअसल, विधान परिषद के अंदर जब तारांकित प्रश्न का जवाब ग्रामीण कार्य मंत्री दे रहे थे, उस समय राजद एमएलसी सुबोध राय के खड़े होने पर नीतीश कुमार गुस्सा करने लगे और नीतीश कुमार ने उन्हें बैठने को कह दिया। इसके अलावा नीतीश कुमार ने सदस्यों को सदन के नियम-कानून जानने की भी बात कही।
नीतीश कुमार ने कहा कि जब मैं खड़ा हूं तो बैठो। बता दें राजद विधान परिषद के सदस्य मोहम्मद फारुख ने सड़क की खराब हालत पर सवाल किया था। इसका जवाब ग्रामीण कार्य मंत्री जयंत राज दे रहे थे। जवाब सुनने के बाद मोहम्मद फारुख एक और सवाल करने के लिए खड़े हुए तभी राजद एमएलसी सुबोध राय भी अपना सवाल करने खड़े हो गए।
इस पर नीतीश कुमार गरमा गए और उन्होंने सुबोध राय को बैठने के लिए कह दिया। इसके अलावा नीतीश कुमार ने कहा कि पहले पूरक प्रश्न का जवाब हो जाना चाहिए, तभी कोई दूसरा सवाल किया जाएगा। इतनी ही देर में सुबोध राय फिर बोल पड़े और सत्ताधारी विधायकों पर नियम के उल्लंघन का आरोप लगाने लगे।
इसके बाद नीतीश कुमार ने सभापति से अपील की कि वो पहले विधायकों को नियम बता दें। विधान परिषद की कार्यवाही होने के बाद सुबोध राय ने कहा कि नीतीश कुमार पर उम्र का असर हो रहा है। सुबोध राय ने कहा कि आजकल वो हर बात पर गुस्सा करते हैं।
जदयू नेता श्रवण कुमार ने कहा कि नियम सभी विधायकों के लिए एक समान है। उन्होंने कहा कि जब कोई सवाल पूछता है तो पहले उसका जवाब पूरा हो जाना चाहिए, उसके बाद पूरक सवाल करने चाहिए।