इंदौर।। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और वाल्मीकि समाज के कद्दावर नेता मुकेश झांझोट ‘पंछी’ ने भी आखिर पार्टी से उपेक्षित होकर बीजेपी का दामन थाम लिया। मुकेश झंझोट लंबे समय से अपने को पार्टी में असहज पा रहे थे, दो बार विधानसभा टिकट की दावेदारी होने के बाद भी उन्हें टिकट नहीं दिया गया। झंझोट अपने राजनीतिक जीवन में वरिष्ठ नेता रहे सुभाष यादव गुट में गिने जाते थे। आज उन्होंने केबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से सौजन्य भेटकर भारतीय जनता पार्टी में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी। इंदौर में वो दबदबे दार वाल्मिकी समाज के नेताओं में गिने जाते रहे हैं। कांग्रेस छोड़ने के अपने इस फैसले को लेकर उन्होंने ने कहा कि अब कांग्रेस वैसी नहीं रही जहां कार्यकर्ताओं की पूछ परख होती थी। अब कांग्रेस में चरणवंदना और पैसा ही सबकुछ रह गया है। उन्होंने ने कहा कि पार्टी का एक विचार होता है जिससे प्रभावित होकर लोग जुड़ते हैं, लेकिन अब कांग्रेस में विचारों और व्यवहारिकता का भी संकट हो गया है। आस्था और विश्वास से दूर दूर तक का नाता कांग्रेस खत्म कर चुकी है। यही कारण है कि मै वहां खुद को असहज महसूस कर रहा था। जनसेवा मेरा लक्ष्य पहले भी था अब भी रहेगा।