नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को राज्यसभा में बोलते हुए कृषि कानूनों पर अपनी बात रखी। तोमर ने गांव, गरीब और किसान पर बोलते हुए विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, दुनिया जानती है कि पानी से खेती होती है। खून से खेती सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है, भारतीय जनता पार्टी खून से खेती नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि मैं किसानों से दो महीने तक यही पूछता रहा कि कृषि कानून में काला क्या है? लेकिन अब तक एक भी प्रावधान नहीं बताया गया।
पूछा- कानून में क्या है काला : राज्यसभा में बोलते हुए कृषि मंत्री ने कहा, मैं प्रतिपक्ष का धन्यवाद करना चाहूंगा कि उन्होंने किसान आंदोलन पर चिंता की और आंदोलन के लिए सरकार को जो कोसना आवश्यक था, उसमें भी कंजूसी नहीं की और कानूनों को जोर देकर काले कानून कहा। मैं किसान यूनियन से दो महीने तक पूछता रहा कि कानून में काला क्या है? यह आप बताएं। मैं ठीक करने की कोशिश करूंगा। लेकिन अब तक एक भी प्रावधान नहीं बताया गया।
गांव, गरीब और किसान के लिए सरकार प्रतिबद्ध : कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मोदी सरकार के कोरोना से निपटने के लिए किए गए कार्यों को गिनाया। तोमर ने कहा कि गांव, गरीब और किसानों के लिए मोदी सरकार प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जब तक गांवों में पैसा नहीं पहुंचाएंगे, तब तक विकास नहीं होगा।
मनरेगा का असली काम ये है : केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि कुछ लोग मनरेगा को गड्ढों वाली योजना कहते थे। जब तक आपकी सरकार थी, उसमें गड्ढे खोदने का ही काम होता था, लेकिन मुझे ये कहते हुए प्रसन्नता और गर्व है कि इस योजना की शुरुआत आपने की और इसे परिमार्जित हमने किया। अब मनरेगा का काम सिर्फ गड्ढे खोदना नहीं।
सरकार संशोधन को तैयार, इसका मतलब यह नहीं कानून गलत : कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बोले कि हमने किसान संगठनों के साथ 12 बार बात की। उनके खिलाफ कुछ नहीं कहा और बार-बार यही कहा है कि आप क्या बदलाव चाहते हैं, वो हमें बता दीजिए। उन्होंने कहा कि अगर हमारी सरकार कानून में बदलाव कर रही है, तो इसका मतलब ये नहीं है कि कृषि कानून गलत है।
एक राज्य में किसान गलतफहमी का शिकार : कृषि मंत्री ने कहा कि सिर्फ एक राज्य के किसानों को बरगलाया जा रहा है, किसानों को डराया जा रहा है। खेती पानी से होती है, लेकिन सिर्फ कांग्रेस ही है जो खून से खेती कर सकती है।
सम्मान निधि के बजट : प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के बजट में हुई कटौती को लेकर नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि अभी तक 10 करोड़ के आसपास किसानों ने पंजीकरण कराया है। यही कारण है कि मौजूदा परिस्थितियों के हिसाब से ही बजट की व्यवस्था की गई है। जैसे ही रजिस्ट्रेशन बढ़ेगा, तुरंत उसका बजट भी बढ़ा दिया जाएगा।
कृषि मंत्री बोले, यहां उल्टी गंगा बह रही
कृषि मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार का एक्ट राज्य सरकार के टैक्स को खत्म करता है, लेकिन राज्य सरकार का कानून टैक्स देने की बात करता है। उन्होंने कहा कि जो टैक्स लेना चाह रहा है, आंदोलन उनके खिलाफ होना चाहिए, लेकिन यहां उल्टी गंगा बह रही है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि पंजाब सरकार के एक्ट के मुताबिक, अगर किसान कोई गलती करता है, तो किसान को सजा होगी। लेकिन केंद्र सरकार के एक्ट में ऐसी कोई बात नहीं है।