वाशिंगटन : अमेरिका में तीन नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं। इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकियों के लिए यह चुनाव उनके प्रशासन की सुपर रिकवरी और जो बिडेन के डिप्रेशन (अवसाद) के बीच चुनने का एक विकल्प है। वहीं डेमोक्रेट पार्टी की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने राष्ट्रपति ट्रंप को नस्लवादी करार दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए हुई आखिरी बहस के बाद बैटलग्राउंड स्टेट फ्लोरिडा में अपने अभियान को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘बिडेन ने कल रात यह साबित कर दिया है कि वह अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के लायक नहीं हैं। देश ने पहली बार देखा कि यह चुनाव ट्रंप रिकवरी के बीच एक विकल्प है। मैं कहूंगा की ऐसा ही हो रहा है। यह ट्रंप रिकवरी और बिडेन डिप्रेशन के बीच चुनने का विकल्प है। आप लोगों को डिप्रेशन हो सकता है।’
ट्रंप ने कहा कि तीन नवंबर को होने वाले चुनाव आशावाद, अमेरिकी सफलता के लिए देशभक्ति दृष्टि और बिडेन के अंधेरे, निराशाजनक, उदास दृष्टि के बीच चुनाव करने का विकल्प है। उनकी निराशाजनक दृष्टि है। हम अमेरिकी सपनों के बारे में सोचते हैं। जो दुनिया का सबसे बड़ा देश है। ट्रंप ने आरोप लगाया कि बिडेन को कट्टरपंथी, समाजवादी वामपंथी द्वारा पूरी तरह से नियंत्रित कर रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘यह देश कभी भी समाजवादी देश नहीं होगा। कभी नहीं। कल रात के सबसे आश्चर्यजनक क्षणों में से एक था जब जो बिडेन ने स्वीकार किया कि वह तेल उद्योग को खत्म करना चाहते हैं।’ ट्रंप ने बिडेन की सहयोगी और उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस पर कट्टरपंथी होने का आरोप लगाया। ट्रंप ने कहा कि यदि वे जीतते हैं तो वे आपकी ऊर्जा पर निर्भरता को खत्म कर देंगे।
कमला हैरिस ने ट्रंप को कहा नस्लवादी
कमला हैरिस ने शुक्रवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नस्लवादी कहा और यह भी कहा कि उनका नस्लवाद एक पैटर्न है। जॉर्जिया के मोरहाउस कॉलेज में लोगों को संबोधित करते हुए हैरिस ने कहा, ‘लोग मुझसे पूछते हैं कि क्या आपको लगता है कि वो नस्लवादी हैं? हां वो हैं। क्योंकि आप देख सकते हैं कि यह एकाएक नहीं हुआ है। हमने उस पैटर्न को देखा है। उन्होंने बराक ओबामा की वैधता पर सवाल उठाए।’