इंदौर: 16वीं लोकसभा में अध्यक्ष बनीं देश की दूसरी महिला सुमित्रा महाजन 1979 से लगातार आठ बार का इंदौर से सांसद बनीं। इंदौर में वह ‘सुमित्रा ताई’ के नाम से लोकप्रिय हैं। उनके राजनीतिक जीवन की खास बात यह है कि वह देश की पहली महिला हैं जो लोकसभा चुनावों में कभी हारीं नहीं। वह आठ बार लोकसभा चुनाव जीतने वाली पहली महिला सांसद हैं। वे भाजपा की भी पहली लोकसभा अध्यक्ष थीं।
लगातार आठ बार चुनी गईं इंदौर से सांसद…
12 अप्रैल 1943 को महाराष्ट्र के चिपलुन में जन्मी सुमित्रा महाजन को इंदौर में लोग प्यार से ताई बुलाते हैं। इंदौर के अधिवक्ता जयंत महाजन से उनका विवाह हुआ था। इसके बाद वे इंदौर आ गई। इंदौर लोकसभा सीट से लगातार 8 बार लोकसभा चुनाव जीतने का अनोखा रिकॉर्ड उनके नाम है। वे देश की एक मात्र महिला सांसद हैं जिन्होंने लगातार आठ लोकसभा चुनाव जीते हैं. सुमित्रा महाजन 16वीं लोकसभा की अध्यक्ष बनी थी. वे देश की दूसरी महिला लोकसभा अध्यक्ष बनी थी।
सियासी सफर…
सुमित्रा महाजन के राजनीतिक सफर की शुरुआत 80 के दशक में हुई थी। वे पहली बार इंदौर नगर निगम के लिए पार्षद चुनी गईं। बाद में उन्हें इंदौर का उपमहापौर भी बनाया गया। इसके बाद इंदौर-3 विधानसभा से वे पहली बाहर विधानसभा के चुनावी मैदान में उतरीं, लेकिन उन्हें कांग्रेस के महेंश चंद्र जोशी के हाथों हार का सामना करना पड़ा। यह सुमित्रा महाजन की राजनीतिक जीवन में एकमात्र हार थी।1980 में उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाशचंद्र सेठी के खिलाफ चुनाव लड़ाया गया। सुमित्रा महाजन ने उन्हें चुनाव हराकर पहली बार लोकसभा का चुनाव जीता। इसके बाद जीत का सफर 2014 तक जारी रहा। वह लगातार 1989, 1991, 1996, 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 के आम चुनावों में लगातार सांसद चुनी गईं।