रायपुर। बुधवार को 14वें परम पूजनीय दलाई लामा के 87वें जन्मदिवस के शुभ अवसर पर भारत-तिब्बत सहयोग मंच, छत्तीसगढ़ प्रांत द्वारा संस्थापक इंद्रेश एवं राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार पर्यावरण संरक्षण अभियान के तहत रायपुर में अभनपुर विधानसभा के ग्राम ढोंडरा प्राथमिक शाला में वृक्षारोपण किया । ज्ञातब्य है कि दलाई लामा जी को जन्म दिवस के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बधाई देकर अपनी शुभकामनाएं भेजी जिस पर चीन प्रशासन ने अनुचित आपत्ति दर्ज कराई थी कि तिब्बत पर हमारा शासन है और हमारे आंतरिक मामले पर आपका बोलना उचित नहीं है,जिस पर भारत सरकार का विदेश मंत्रालय ने अधिकृत रूप से बयान जारी कर जवाब दिया कि वे धार्मिक एवं आध्यात्मिक गुरू हैं,जिनका अनुयायी भारत-तिब्बत में ही नहीं वरन् विश्व के अनेक स्थानों पर निवासरत् हैं इस नाते इसे सम़ग्र-सन्दर्भ म देखा जाना चाहिए | उक्त कार्यक्रम में भारत तिब्बत सहयोग मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने बताया कि दलाईलामा एक मंगलोई पदवी है जिसका अर्थ ज्ञान के महासागर होता है,जिन्हें प्रेम,दया,करूणा और लोकेतेश्वर के बुद्ध गुणों के साक्षात रूप माने जाते हैं | बोधिसत्व ऐसे ज्ञानी लोग होते हैं जिन्होने अपने निर्वाण को टाल कर लोक कल्याण के लिए बार- बार जन्म लेता है |जिन्हें परम पावन भी कहा जाता है | वर्तमान दलाई लामा का जन्म 6जुलाई1935 को तिब्बत में हुआ था जो वहाँ का राष्ट्राध्यक्ष एवं आध्यात्मिक गुरू है | सन 1959 को चीनी आक्रामक के द्वारा तिब्बत पर अवैध कब्जा कर लिया गया तब से ये निर्वासन को मजबूर होकर हमारे उत्तर भारत के नगर धर्मशाला में भारत सरकार के सहयोग से निवासरत है और वहीं पर तिब्बती प्रशासन का मुख्यालय संचालित है,जो भारत-तिब्बत सहयोग मंच का प्रत्यक्ष उदाहरण है | राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सोमेश चंद्र पांडेय,पारसमणी,राघवेन्द्र,गोबिन्द साहू,संतोष शुक्ला,लक्ष्य कुमार,खेलू राम,बिहारी,नेहरू साहू,डाॕ मनीष सहित क्षेत्र के कई गणमान्य नागरिक एवं ग्रामवासियों ने उत्साह के साथ भाग लिया।