शिवसागर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को असम पहुंचे। उन्होंने यहां 1.06 लाख लोगों को भूमि आवंटन प्रमाण पत्र बांटें। इस मौके पर मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी मौजूद रहे। जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आपका प्यार बार-बार मुझे असम ले आता है। उन्होंने कहा कि आज सरकार ने आपके जीवन की सबसे बड़ी चिंता दूर की है। एक लाख से ज्यादा मूल निवासी परिवारों को भूमि के स्वामित्व का अधिकार मिला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि धरती हमारे लिए माता का रूप है।
Prime Minister Narendra Modi distributes land allotment certificates to indigenous people, in Sivasagar, Assam pic.twitter.com/UzdagGuu3d
— ANI (@ANI) January 23, 2021
उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक बोडो समझौते के बाद, असम का एक बड़ा हिस्सा शांति के साथ विकास की ओर बढ़ रहा है। कोरोना टीकाकरण का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना टीकाकरण के लिए जिसकी बारी आए, वो टीके जरूर लगाएं। टीके की दो डोज लगनी जरूरी है। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी पश्चिम बंगाल जाएंगे। जहां वे नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर होने वाले कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। वहीं दूसरी ओर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आठ किलोमीटर लंबी पदयात्रा कर रही हैं।
#WATCH | West Bengal CM Mamata Banerjee leads a march from Shyam Bazaar to Red Road in Kolkata, on the occasion of 125th birth anniversary of #NetajiSubhashChandraBose pic.twitter.com/s9VpoUqPSa
— ANI (@ANI) January 23, 2021
कदम-कदम बढ़ाए जा की धुन पर ममता का पैदल मार्च
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जनसभा में काफी भीड़ उमड़ पड़ी है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ताओं समेत अन्य लोगों ने श्याम बाजार में शंखनाद की ध्वनि के साथ रोड शो की शुरुआत की। नेताजी का जन्म दिन में करीब 12 बजे के आस-पास हुआ था। इसी वजह से टीएमसी ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत इसी समय पर की है।
असम के शुभचिंतक हैं पीएम…
असम की लगभग 70 छोटी-बड़ी जनजातियों को सामाजिक संरक्षण देते हुए, उनका तेज़ विकास हमारी सरकार की प्रतिबद्धता रही है। अटल जी की सरकार हो या फिर बीते कुछ सालों से केंद्र और राज्य में एनडीए की सरकार, असम की संस्कृति और स्वाभिमान की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता रही है।
असम में जब हमारी सरकार बनी तो उस समय भी यहां करीब-करीब 6 लाख मूल निवासी परिवार जिनके पास ज़मीन के कानूनी कागज नहीं थे। लेकिन सर्बानंद सोनोवाल जी के नेतृत्व में यहां की सरकार ने आपकी इस चिंता को दूर करने के लिए गंभीरता के साथ काम किया।
2019 में, सरकार द्वारा बनाई गई नई भूमि नीति अपने सही मालिकों को भूमि देने के लिए अपना समर्पण दिखाती है। पिछले कुछ वर्षों में, 2.25 लाख से अधिक मूल परिवारों को जमीन का पट्टा दिया गया है।
पोते सुगता बोस को नहीं है पीएम मोदी के दौरे की जानकारी…
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोते सुगता बोस ने कहा है कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेताजी भवन में दौरे को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली है। यह जानकारी इसलिए अहम है क्योंकि सुगता बोस ही नेताजी भवन की देखभाल करते हैं।