रमेश भट्ट,कोटा : बिलासपुर वन मंडल के अंतर्गत कोटा विकास खंड विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्र बेलगहना वन परिक्षेत्र में सागौन सहित इमारती पेड़ों की अवैध कटाई जोरों पर है। सालों से हो रही अवैध कटाई पर बेलगहना वन विभाग का मौन रहना आश्चर्यजनक है। एक ओर कृषक वन भूमि पर कटाई कर अवैध कब्जा कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर लकड़ी तस्कर इमारती लकड़ी विशेषकर सागौन की लकड़ी की अवैध कटाई कर उसे चोरी छुपे फर्नीचर बनाकर बेचने में निरंतर बेखौफ लगे हैं। यह भी सही हैं कि अवैध कटाई से लेकर फर्नीचर के निर्माण व बिक्री का पूरा कार्य खुलेआम चल रहा है। फिर भी वन विभाग के अधिकारियों का आंख मूंदकर बैठना यह साबित करता है कि जंगलों की अवैध कटाई वन विभाग की सरपरस्ती पर खुलेआम चल रही है। जंगलों के संरक्षण संवर्धन तथा वनों की सुरक्षा के लिए केंद्र व राज्य सरकार प्रतिवर्ष क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च कर रही है किंतु पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने में वन विभाग पूरी तरह असफल रहा है या यूं कहें कि बेलगहना वन विभाग अवैध कटाई व वन तस्करों के संरक्षण को लेकर कार्य कर रहा है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।
बेलगहना हाई स्कूल से लगे बहेरामुड़ा जाने वाली मुख्य मार्ग पर कक्ष क्रमांक1204 जंगल में जारी है सागौन पेड़ों की अवैध कटाई
आगे जंगल के अंदर में पहाड़ी तक सैकड़ों नहीं हजारों की तादाद में सागौन के पेड़ों की अवैध कटाई की गई है। इनके टूट अभी भी मौजूद हैं जिन पर वन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है। इससे वन तस्करों के हौसले बुलंद हैं और अब वे सड़क किनारे के पेड़ों को काटकर परिवहन करने में लगे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण बेलगहना वनविभाग है जहां एक बड़ा वन तस्कर गिरोह कार्यरत है जो वन अधिकारी, कर्मचारियों की मिलीभगत से वनों को खत्म करने में लगा है। यदि यही हाल रहा तो आच्छादित वनों के लिए विख्यात यह आदिवासी क्षेत्र जल्द ही समाप्ति की ओर होगा। ऐसा नहीं है कि इसकी सूचना पर्यावरण प्रेमियों ने वन अधिकारियों को न दी हो किंतु तस्करों से मिलीभगत के चलते अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।वहीँ ग्रामीणों की माने तो उन्होंने अपने स्तर पर वनरक्षक व डिप्टी रेंजर को शिकायत भी की थी किंतु उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। जब अवैध कटाई की जानकारी बिट के संबंधित बिट गार्ड को पंकज साहू से जानकारी चाही तो उसका कहना था मेरा डिवटी रेंजर द्वारा पौधा रोपण कार्य में रतनपुर लगाया गया है,अवैध कटाई हुवा है उसके बारे में रेंजर से बात करो,
, अवैध कटाई के बारे में जब जानकारी बेलगहना रेंजर विजय साहू,से चाही तो उनका कहना था अभी सर्च में भेजा हु देखते हैं कहाँ पे क्या कटाई हो रही है ,गस्ती होती है पेड़ कैसे कटा है ओ जाके मौके स्थिति में समझ आएगा,सभी जगह चौकी दार है,जाँच करवाता हु, इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं, अधिकारी की इसी तरह की रवैये से क्या जंगल की अवैध कटाई में क्या अंकुश लगेगा, बहरहाल देखेने वाली बात होगी कि ऐसे जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही होती है, या फ़िर हरा भरा जंगल ऐसे अधिकारी के भरोसे उजड़ता चले जाएगा,