वाशिंगटन : अमेरिका में राष्ट्रपति पद पर जो बाइडन की ताजपोशी की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। डेमोक्रेट कैंडीडेट बाइडन ने न सिर्फ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मात दी है। बल्कि इतिहास भी रचा है। बाइडन राष्ट्रपति पद के पहले ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्हें 8 करोड़ से ज्यादा वोट मिले हैं।
खास बात है अभी देश के अन्य हिस्सों में वोटिंग जारी है और बाइडन की जीत और भी ज्यादा रिकॉर्डतोड़ हो सकती है। अमेरिका की सरकारी एजेंसी ने बाइडन को विजेता के रूप में मान्यता प्रदान की है। ट्रंप ने भी अपनी हार स्वीकार कर ली है। जीएसए की प्रशासन एमिली मर्फी के बहु प्रशिक्षित निर्णय के बाद अब बाइडन को देश के जरूरी मुद्दों पर खुफिया ब्रीफिंग दी जाने लगी है। इसके साथ ही दूसरी तैयारियां भी शुरू हो चुकी है। बाइडन भी अपने सिपहसलारों की टीम तैयार करने में जुट गए हैं।
बाइडन ने कैबिनेट और व्हाइट हाउस के लिए अपनी टीम में जिन नामों को शामिल किया है। उनमें अनुभव को ज्यादा तरजीह दी गई है। बाइडन को अपनी कैबिनेट के लिए रिपब्लिकन पार्टी के बहुमत वाले सीनेट से मंजूरी लेनी होगी। शायद यही वजह है कि उन्होंने चर्चित नामों की बजाय प्रशिक्षित पेशेवरों को अपनी टीम में जगह दी है।
फिर विश्व का नेतृत्व करने हम एक बार तैयार: बाइडन
बाइडन ने कहा कि उनका राष्ट्रीय सुरक्षा दल देश को सुरक्षित रखेगा ताकि यह प्रदर्शित किया जा सके कि अमेरिका विश्व का नेतृत्व करने को एक बार फिर तैयार है। इससे पीछे हटने को नहीं।
डेलावेयर के विलमिंगटन में अपने सत्ता हस्तांतरण मुख्यालय से बाइडन ने अनुभवी राजनयिक एंटनी ब्लिंनकेन को विदेश मंत्री, एलेजांद्रो मयोरकास को होमलैंड सिक्योरिटी ,लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत और एवरिल हैंस को राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के तौर पर नामित करने के अपने इरादे की घोषणा की। एवरिल राष्ट्रीय खुफिया निदेशक बनने वाली पहली महिला है।