रमेश भट्ट,कोटा : बेलगहना वन विभाग परीक्षेत्र में भ्रष्टाचार का खेल इन दिनों जोरों पर है ,पौधा रोपण में भ्र्ष्टाचार हाल ही में उजाग हुआ था जिसमे अभी भी जाँच पड़ताल चल ही रहा है, की फिर एक बार भर्ष्टाचार चालू कर दिया गया, मामला बेलगहना वन विभाग क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम कुरदर के जंगल के कौहा नाला छुइहा नाला में लाखों रुपए का चेक डेम बनाने का कार्य जोरों पर है,
जिसमें गुणवत्तावीहीन मटेरियल से चेक डेम का ढलाई जोरों पर है, जहाँ वाईब्रेर भी नहीं चलाया जा रहा, न ही पानी का तराई हो रहा, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फॉरेस्ट जिम्मेदार अधिकारियों के मिली भगत से बेलगहना के ठेकेदार को ठेका में दे दिया गया है ,तो वहीँ एक और चेक डेम को बिलासपुर जिले के ठेकेदार को काम दिया गया है, जब मौके पर मीडिया पहुँची तो मौके पर न ही फॉरेस्ट विभाग के जिम्मेदार कर्मचारी मिले न ही अधिकारी, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है, की ठेकेदारों के भरोसे फॉरेस्ट विभाग की कार्य में कितनी घोर लापरवाही किया जा रहा,
जब इसकी जानकारी संम्बन्धित अधिकारी बेलगहना रेंज के रेन्जर विजय साहू से जानकारी चाही तो उनका कहना था कि काम फॉरेस्ट विभाग करवा रहा है, किसी भी ठेकेदार को नहीं दिया गया, सिर्फ़ मटेरियल सप्लायर सप्लाई कर रहे हैं,
अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि अगर काम ठेकेदारों को नहीं दिया गया तो फिर वहाँ ठेकेदारों के आदमी द्वारा काम क्यों कराया जा रहा?फॉरेस्ट विभाग के जिम्मेदार कर्मचारी मौके पर क्यू नहीं रहते?
क्या फॉरेस्ट विभाग को ठेकेदार को ठेके पर काम देना सही है?
पूरे मामले में जिम्मेदार अधिकारी डीएफओ, सत्यउदय शर्मा फोन पर सम्पर्क किया लेकिन उनके द्वारा फोन ही रिसीव नहीं किया गया,