रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रायपुर स्थित निवास पर आज देवारी तिहार और गोवर्धन पूजा का उत्सव पारंपरिक हर्षाेल्लास के बीच धूमधाम और उत्साह पूर्वक मनाया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी धर्मपत्नी मुक्तेश्वरी बघेल और परिवार के सदस्यों के साथ गौरा-गौरी और गोवर्धन पूजा की और गौमाता को खिचड़ी खिलाकर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की मंगलकामना की।
आकर्षक धुनों के साथ राउत नाचा दल और सुआ नर्तक दल ने परंपरागत नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मुख्यमंत्री ने पारंपरिक वेशभूषा में राउत नर्तक दलों के बीच पहुंचकर उनका उत्साह बढ़ाया। पूजा स्थल ग्रामीण क्षेत्रों के घरों के परिवेश की भांति आकर्षक और भव्य रूप से सजाया गया था। खपरेल की छत थी, तुलसी चौरा बनाया गया था, दो अगल-अलग चौरों पर गौरा-गौरी और गोवर्धन पूजा, गांव के रक्षक साहड़ा देव की पूजा की व्यवस्था थी, जहां मुख्यमंत्री ने पूजा-अर्चना की। गाय की सार की छत में छिंद की पत्तियों से छाया की गई थी और सार को गोबर से लीप के सुंदर रंगोली बनाई गई थी। घर में धन-धान्य संपन्नता की प्रतीक धान की बालियों की झालर बांधी गई थी आम, चिरचिड़ा और सुरसुरी की टहनी से ग्रामीण परिवेश की छवि प्रस्तुत की गई थी। मुख्यमंत्री ने यहां सार में गायों को खिचड़ी खिलाई। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ी संस्कृति के अनुरूप बघेल ने प्रतिनिधियों के साथ देवारी और गोवर्धन पूजा की रस्म अदा की। मुख्यमंत्री ने लोगों को दीपावली और गोवर्धन पूजा की बधाई और शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर वनमंत्री मोहम्मद अकबर, आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, विधायक सत्यनारायण शर्मा और कुंवर सिंह निषाद, राज्य गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, राज्य ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक, महापौर एजाज ढेबर, सभापति प्रमोद दुबे, मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा, मुख्य सचिव आर.पी. मण्डल, अपर मुख्य सचिव द्वय अमिताभ जैन और सुब्रत साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त एम. गीता, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी सहित अनेक जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारियों सहित प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे।