पुलिस मुख्यालय द्वारा कोरोना को लेकर विशेष दिशा-निर्देश जारी
भोपाल। वैश्विक महामारी नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के खिलाफ चल रही लड़ाई में मध्यप्रदेश पुलिस भी पूरे समर्पण भाव से अपनी भूमिका निभा रही है। पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी ने कोरोना वायरस के संबंध में मध्यप्रदेश पुलिस की सभी इकाईयों, सभी पुलिस अधीक्षक, विशेष सशस्त्र बल के सेनानियों एवं रेल पुलिस अधीक्षकों को विशेष दिशा-निर्देश जारी कर इन्हें निचले स्तर तक लागू करने की हिदायत दी है। उन्होंने पुलिस जवानों से कहा है कि वे खुद सुरक्षित रहें और दूसरों को भी कोरोना से बचाएँ।
पुलिस महानिदेशक श्री जौहरी ने कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही लड़ाई में पुलिस जवानों एवं अधिकारियों द्वारा पूरी तत्परता एवं मेहनत के साथ किए जा रहे दायित्व निर्वहन के लिए सभी के प्रति आभार जताया है। साथ ही अपेक्षा की है कि लॉकडाउन का पालन कराते समय हमारा सख्त व्यवहार किसी भी हालत में दुर्व्यवहार में नहीं बदलना चाहिए। श्री जौहरी ने भरोसा जताया है कि हमारे सभी पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों का समर्पण भाव एवं उत्कृष्ट स्तर से निर्वहन कर कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीतने में प्रमुख कड़ी साबित होगें। उन्होंने यह भी कहा है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर काम करें। साथ ही कोरोना का कवरेज करने वाले मीडिया प्रतिनिधियों के प्रति भी सहयोगात्मक रवैया रखें।
पुलिस मुख्यालय की विशेष शाखा द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं कि 55 वर्ष से अधिक आयु वर्ग एवं अस्थमा इत्यादि बीमारियों से ग्रसित पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियों की ड्यूटी ऐसे स्थान पर लगाएँ जहाँ जनता से सीधा संपर्क स्थापित न होता हो। साथ ही यह भी निर्देश दिए है कि ड्यूटी पर तैनात किए गए पुलिस जवानों को यूनीफार्म बदलने के लिए भवन चिन्हित करें। इसमें स्थानीय जिलाधीश का सहयोग लिया जा सकता है। पुलिस कर्मचारियों की यूनीफार्म धुलवाने की बेहतर व्यवस्था भी कराई जाए। ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियों को साफ तौर पर ताकीद करें कि अपने घर में घुसने से पहले वर्दी को पूर्व से ही बाल्टी में रखे गए घोल में डालकर नए कपड़े पहनें।
जिन पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी कोरोना प्रभावित लोगों के क्षेत्र में लगी है वे अधिकारी व कर्मचारी 14 दिनों तक अपने घर जाने से बचें। उनके रुकने, खान-पान व अन्य जरूरी सामग्री की व्यवस्था करने का पुख्ता इंतजाम किया जाए। साथ ही इसके लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति भी करें। यूनिट अस्पताल चिन्हित कर वहाँ क्वारेंटाइन करने का इंतजाम किया जाए। जहाँ पर यूनिट अस्पताल नहीं है वहाँ लाईन की बैरक व थाना परिसर के किसी मकान को चिन्हित कर समुचित प्रबंध करें। इस परिसर को समय-समय पर नियमित रूप से सेनेटाइज भी किया जाए।
ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के लिए नजदीक ही पीने के पानी व गर्म पानी की व्यवस्था भी की जाए। जवानों की किट में सेनेटाइजर व दो मास्क तथा गरारे के लिए लिस्टिरिन अथवा नमक एवं अन्य दवाएं जरूर रखवाएँ। पुलिस जवानों को छोटे-छोटे साबुन भी दिए जाएँ। साथ ही उन्हें थोड़ी-थोड़ी देर बाद हाथ धोने के लिए भी प्रेरित करें। यह भी बताएं कि ड्यूटी के दौरान अपने आँख, कान व नाक को न छुएँ। ड्यूटी के दौरान बाहरी व्यक्ति से कम से कम तीन फीट की दूरी बनाए रखें। इकाई परिसर में स्प्रे व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी कराया जाए।