बिप्लब् कुण्डू,पखांजूर : शासन की महत्वकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास बीच मजधार में लटक रही हैं ऐसे कोयलिबेडा ब्लाक के लगभग सभी ग्राम पंचायतो का हाल हैं हम बात कर रहे हैं ग्राम पंचायत भींगीडाहर की जहा 70 वर्षीय उषा बाई 3 वर्षो से सरपंच सचिव तथा जनपद कार्यलय का चक्कर लगा रही हैं
उषा बाई का कहना हैं उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला था मगर एक क़िस्त अहरण हो पाया द्वितीय क़िस्त उन्हें नही मिला ऐसे में उनका मकान बीच मजधार में लटक रहा हैं वे बूढी हो चुकी हैं जन्म से लेकर आज तक झोपडी और कच्चे मकानों में अपने परिवार के साथ रहते आई हैं प्रधानमंत्री आवास की शुची में नाम देख कर उनका मन गद-गद हो गईं की अब मेरा पक्का मकान होगा
मगर लापरवाही देखिये पंचायत के मुखिया का जिन्होंने उन्हें इस योजना का लाभ आज तक नहीं दिलवा पाए उषा बाई कहती हैं मरने से पहले पक्के मकान में रहना चाहती थी मगर अब लगता हैं मेरी अंतिम इच्छा पूर्ण नहीं होगी ! शासन द्वारा कई योजना संचालित किया जाता हैं ताकि गरीब ग्रामीण विकास की मुख्या धारा से जुड़ सके उन्हें रोजगार का नया आयाम मिले लोग जागरूख हो मगर सही मायने में देखा जाये तो ग्रामीण शासकीय योजनाओ का पूर्ण लाभ प्राप्त नहीं कर पते ! कही पे इसे दावा दिया जाता हैं तो कही भ्रष्टाचार का भेट चढ़ जाता हैं
जागरूख करने वाले पंचायत के सरपंच ही इन ग्रामीणों का सहयोग नहीं करते हैं ऐसे में इनके पास कोई विकल्प नहीं बचता की बचे हुए राशी को कैसे और कहा से प्राप्त किया जाये क्यूंकि ऐसे लोग बहुत ही गरीब और पढ़े-लिखे नहीं होते हैं अगर पुरे कोयलिबेडा ब्लाक के ग्राम पंचायतो को सर्वे किया जाये तो कई ऐसे परिवार व् हितग्राही हैं जिन्हें कई वर्षो से प्रधानमंत्री, इंद्रा,आवास का पैसा नहीं मिला और आज भी उनके घर अधूरे हैं !