मुम्बई : भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी के घर ( एंटीलिया) के बाहर विस्फोटक से भरी गाड़ी मिलने के मामले में जांच एजेंसी ने एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के सहयोगी पुलिस अधिकारी रियाज काजी को रविवार को अपने कब्जे में लिया है। सहायक पुलिस निरीक्षक (एपीआई) काजी को एनआईए ने रविवार को एक बार फिर पूछताछ के लिए बुलाया था और बाद में गिरफ्तार कर लिया। एनआईए कोर्ट ने काजी को 16 अप्रैल तक के लिए एनआईए कस्टडी में भेज दिया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि एंटीलिया के बाहर एक एसयूवी में विस्फोटक सामग्री मिलने के मामले में यह गिरफ्तारी की गई है। बता दें कि एनआईए ने इस मामले में वाजे को 13 मार्च को गिरफ्तार किया था।
मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास के पास 25 फरवरी को एसयूवी में विस्फोटक मिलने और ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरन की हत्या के मामले में एनआईए ने पहले भी काजी से पूछताछ की थी। अधिकारी ने कहा कि काजी को पिछले महीने मुंबई अपराध शाखा से सस्पेंड कर दिया गया था।
इससे पहले एक सीसीटीवी फुटेज में काजी को यहां विखरोली इलाके में नंबर प्लेट की एक दुकान में घुसते हुए और दुकान के मालिक से बातचीत करते हुए देखा गया था। काजी को दुकान से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर और एक कम्प्यूटर ले जाते हुए भी देखा गया।
पांच मार्च को एसयूवी मालिक का मिला था शव…
पुलिस अधिकारी ने कहा कि काजी को पड़ोस के ठाणे में वाजे के आवासीय परिसर से सीसीटीवी फुटेज लेते हुए भी देखा गया था। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी को संदेह है कि काजी ने दक्षिण मुंबई में अंबानी के घर के पास मिली एसयूवी के लिए फर्जी नंबर प्लेट हासिल करने में वाजे की मदद की थी। एसयूवी मालिक मनसुख हिरन का शव पांच मार्च को एक क्रीक में मिला था।