मुंबई : मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट बुधवार को सुनवाई करेगा। अपनी याचिका में परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं और सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने अपने तबादले के आदेश को भी याचिका में चुनौती दी है।
बता दें कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने होमगार्ड विभाग में ट्रांसफर किए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में 22 मार्च को एक याचिका दायर की थी। इस याचिका में सभी आरोपों की जांच सीबीआई से कराने की मांग के साथ ही उन्होंने अनिल देशमुख के घर के बाहर की सीसीटीवी फुटेज को जब्त कर उसकी जांच कराए जाने की भी मांग की है ताकि सच्चाई सभी के सामने आ सके।
इधर महाराष्ट्र के मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को फोन टैपिंग की अनुमति किसने दी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया है कि पुलिस विभाग में तबादले और पोस्टिंग में घूसखोरी हो रही है।
देर रात मुख्यमंत्री ठाकरे से मिले अनिल देशमुख, दी सफाई
मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह के लेटर बम के बाद गंभीर आरोपों से घिरे महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मंगलवार देर रात मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। बता दें कि विपक्ष की ओर से लगातार अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग की जा रही है, ऐसे में मुख्यमंत्री के साथ गृह मंत्री की मुलाकात अहम हो सकती है।
राज्य सरकार ने किया 86 पुलिस कर्मियों का तबादला
मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली जिलेटिन की छड़ों से लदी स्कॉर्पियो मामले में हटाए गए मुंबई के पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर धन उगाही के आरोप लगाने से सियासी उथल-पुथल जारी है। इस बीच, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मंगलवार को 86 पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया है। इनमें मुंबई क्राइम ब्रॉन्च के 65 अधिकारी शामिल हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर
एनआईए का महाराष्ट्र एटीएस पर आरोप
वहीं इस बीच एनआईए ने स्पेशल एनआईए कोर्ट को सूचित किया कि मनसुख हिरन की मौत के मामले में एमएचए द्वारा निर्देश दिए हुए तीन दिन हो गए हैं, लेकिन महाराष्ट्र एटीएस ने केस से संबंधित दस्तावेज अभी तक नहीं सौंपे हैं।