रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा अपूरणीय क्षति हुई है। इस सदन में चार 5 लोग है जो बाबू जी के साथ मध्यप्रदेश विधानसभा में रहे है, वोरा जी सहज विनम्र थे। कांग्रेस ही नही राजनैतिक क्षेत्र की बड़ी क्षति है। छत्तीसगढ़ का कोई व्यक्ति बाबू जी के पास किसी भी कार्य के लिये जाते थे उसे सहजता से करते थे।
नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने कहा- दिल्ली में वोरा जी छत्तीसगढ़ की पहचान रही है छत्तीसगढ़ में सामान्य परिवार में जन्मा व्यक्ति राजनीति में इतनी बड़ी ऊंचाई में पहुंचे ये हमारे लिये गौरव का विषय हैं उनका जितना राजनीतिक जीवन रहा है उतनी आज के हमारे सादन के साथियों की उम्र नही है।
सीएम बघेल ने कहा- पार्षद से लेकर मुख्यमंत्री राज्यपाल के पद पर रहे। दो बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे उत्तर प्रदेश के 4 साल तक मुख्यमंत्री रहे। सुबह 8 बजे लेकर रात के 1 बजे तक लगातार काम करते थे कभी थकान नही देखी सहज सरल थे। वोरा जी के बारे में कुछ कहना है तो उनकी लगन मेहनत श्रद्धा का जिक्र आता है ऐसे महान व्यक्ति के जाने से शून्यता उभर आई है। वो अजातशत्रु थे ये अतिशयोक्ति नही होगी। उनके निधन की सूचना से पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई।उनकी आत्मा की शांति की ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा- देश के वरिष्ठतम नेता को श्रद्धांजलि दे रहे है। उनका व्यक्तित्व कितना बड़ा है उस समय देखा जब में उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहा था वो कितनी सहजता से मिलते थे। पत्रकारिता से लेकर मुख्यमंत्री राज्यपाल रहे। वोरा जी का सभी बहुत ही सम्मान करते थे। हम सबके अभिभावक पिता तुल्य व्यक्ति के जाने से क्षति हुई है।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा- वोरा जी का मेरे परिवार से व्यक्तिगत लगाओ था। वोरा जी का जाना देश प्रदेश के लिये बड़ी क्षति है।