नई दिल्ली : भारत आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। राजपथ पर परेड शुरू हो गई है। परेड के दौरान देश राजपथ पर पहली बार राफेल लड़ाकू विमानों की उड़ान के साथ टी-90 टैंकों, समविजय इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, सुखोई-30 एमके आई लड़ाकू विमानों समेत अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करेगा। गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ पर 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की झांकियों, रक्षा मंत्रालय की छह झांकियों अन्य केंद्रीय मंत्रालयों और अर्द्धसैनिक बलों की नौ झांकियों समेत 32 झांकियों में देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, आर्थिक उन्नति और सैन्य ताकत की आन बान शान नजर आएगी। कोविड-19 प्रोटोकॉल के मद्देनजर इस बार परेड और उसका रूट छोटा किया गया है। वहीं दर्शकों की संख्या में भी कटौती की गई है। 55 साल बाद पहली बार इस साल गणतंत्र दिवस पर कोई विशिष्ट अतिथि नहीं आए हैं।
#RepublicDay: The main battle tank of the Indian Army, T- 90 Bhishma, which is commanded by Captain Karanveer Singh Bhangu of 54 Armoured Regiment goes past the saluting dais pic.twitter.com/yNoifXRy5d
— ANI (@ANI) January 26, 2021
राष्ट्रपति ने राजपथ पर तिरंगा फहराया
राष्ट्रपति ने राजपथ पर तिरंगा फहराया। 233 फील्ड रेजीमेंट की बैटरी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को 21 तोपों की सलामी दी।
बांग्लादेश के सशस्त्र सेना की एक टुकड़ी ने मार्च किया
बांग्लादेश के सशस्त्र सेना की एक टुकड़ी राजपथ पर मार्च कर रही है।
परमवीर चक्र विजेता और अशोक चक्र विजेताओं ने राजपथ पर परेड की
परमवीर चक्र विजेता और अशोक चक्र विजेताओं ने राजपथ पर परेड की। परमवीर चक्र दुश्मन के सामने बहादुरी और प्राणों का बलिदान करने वाले जवानों को दिया जाता है। अशोक चक्र वीरता और प्राणों का बलिदान के समान कृत्यों के लिए दिया जाता है। ऐसा दुश्मन के सामने नहीं भी करने वाले जवान को मिलता है।
राजपथ पर ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम ने मार्च किया
राजपथ पर ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम ने मार्च किया। इसका नेतृत्व कैप्टम कमरुल जमान ने किया। इसे भारत और रूस ने मिलकर बनाया है।
राजपथ पर टी-72 टैंक का दस्ता
राजपथ पर टी-72 टैंक का दस्ता मार्च कर रहा है। ये 3-5 मिन में पुल तैयार कर सकता है। 7-8 मिनट में उसे हटा भी सकता है।
राजपथ पर मार्च करता टी-90 भीष्म टैंक
भारतीय सेना का मुख्य युद्धक टैंक, टी-90 भीष्म ने राजपथ पर मार्च की। इसकी कमान 54 आर्मर्ड रेजिमेंट के कैप्टन करणवीर सिंह भंगू के हाथ में है।