इंदौर। कभी कांग्रेस पर गुटबाजी का आरोप लगाने वाली बीजेपी अब खुद इसकी शिकार हो रही है। मामला चार नंबर विधानसभा में हुए एक आयोजन का है। सिंह गर्जना के नाम पर हुए इस आयोजन में वहां के कुछ पार्षद आयोजन के दौरान नाराज होकर चुपचाप गायब हो गए। चर्चा है ये मामला अब संगठन की जानकारी में लाने की तैयारी है। हुआ यूं की इस आयोजन में हैदराबाद की गोशामहल सीट से विधायक टी राजा को बुलाया गया था। स्वागत का दौर चला लेकिन आयोजक उत्साह में पार्टी प्रोटोकॉल ही भूल गए या भुला दिया..ये चर्चा में है। आयोजन में शहर के प्रथम नागरिक यानी महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी मौजूद थे। स्वागत का दौर चला तो कई नए पुराने नेताओं ने माल्यार्पण कर लिया लेकिन महापौर भार्गव को किसी ने बुलाया ही नहीं। इस मामले को राजनीतिक और गंभीर चूक मानने वाले कुछ पार्षद इस हरकत से नाराज हुए और पीछे के रास्ते से बाहर निकल गए। चर्चा है कि रात में ही इस पूरे मामले को लेकर वरिष्ठ नेताओं को जानकारी दी गई। अब बीजेपी में महापौर की ऐसी अनदेखी चर्चा में है। कहा जाता है चार नंबर विधानसभा भाजपाई एकता का सबसे बड़ा उदाहरण है। लेकिन कल इसकी हवा निकल गई। इस नाराजगी की जानकारी रखने वाले आने वाले दिनों की राजनीतिक चाल पर नजरे लगाए हुए है।


