सूरज ढला तो, कद से ऊँचे हो गए साये.. कभी पैरों से रौंदी थी, यहीं परछाइयां हमने..

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )   

पीएम की डिग्री नहीं दिखाएंगे,पीएम केयर्स फंड का ब्यौरा नहीं देंगे,पीएम और अडानी के रिश्ते के बारे में मौन रहेंगे,अडानी क़ो कोयला खान देने कैसे नियम बदल गये?नोटबंदी के क्या फायदे हुए इस पर कुछ नहीं कहेंगे,पनामा पेपर्स की जाँच नहीं करेंगे, दूसरे दलों से भाजपा में हकाल कर लाए गये दागी नेताओं की ईडी,सीबीआई जाँच थमी रहेगी…. ये मामले तो चर्चा में रहे हैं वहीं हाल में मोदी सरकार द्वारा बनाए गये पूर्व राज्यपाल के पुलवामा हमले पर लगाये गये आरोप,संघ के पदाधिकारी पर रिश्वत की पेशकश पर कोई जवाब आएगा ऐसा लगता तो नहीं हैं?कायदे से पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मालिक का आरोप यदि गलत है तो भाजपा कानूनी कार्यवाही की पहल क्यों नही की है…?जम्मू और कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक इंटरव्यू में 2019 के पुलवामा हमले के लिए केंद्र सरकार को ज़िम्मेदार बताते हुए कई सनसनीखेज़ दावे किये हैं।उन्होंने आरोप लगाया है कि 2019 में कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफ़िले पर हुआ हमला सिस्टम की ‘अक्षमता’ और ‘लापरवाही’ का नतीजा था।उन्होंने इसके लिए सीआरपीएफ और केंद्रीय गृह मंत्रालय को ख़ासतौर पर से ज़िम्मेदार बताया है।उस समय राजनाथ सिंह गृह मंत्री थे।मलिक ने कहा कि सीआरपीएफ ने, सरकार से अपने जवानों को ले जाने के लिए विमान उपलब्ध कराने की मांग की थी,लेकिन गृह मंत्रालय ने ऐसा करने से इनकार कर दिया।उन्होंने सीआरपीएफ का काफ़िला जाते वक़्त रास्ते की उचित तरीक़े से सुरक्षा जांच न कराने का भी आरोप सरकार पर लगाया है।उन्होंने पीएम मोदी पर जम्मू और कश्मीर के बारे में ‘अनजान’ रहने की बात करते हुए कहा है कि उनके पास राज्य के बारे में ग़लत सूचनाएं हैं, राज्य क़ो ख़ास दर्जा देने को उन्होंने एक ग़लती क़रार दिया है।सत्यपाल मलिक ने दावा किया कि पीएम मोदी ने इस हमले के बाद जिम कार्बेट पार्क से जब उन्हें कॉल किया और इस मसले को उनके समक्ष उठाया तो उनके अनुसार, इस पर पीएम मोदी ने उन्हें चुप रहने और किसी से कुछ न बोलने को कहा….!मलिक ने बताया कि यही बात एनएसए अजीत डोभाल ने भी उनसे कही।इस इंटरव्यू में मलिक ने बताया कि तभी उन्हें अनुभव हो गया कि सरकार का इरादा इस हमले का ठीकरा पाकिस्तान पर फोड़कर चुनावी लाभ लेना है।मलिक ने इस हमले के लिए ख़ुफ़िया एजेंसियों की विफलता को भी ज़िम्मेदार क़रार दिया है. उन्होंने दावा किया है कि पाकिस्तान से 300 किलोग्राम आरडीएक्स लेकर आया कोई ट्रक 10 से 15 दिनों तक जम्मू और कश्मीर में घूमता रहा, लेकिन इंटेलिजेंस को इसकी भनक तक न लगी?सत्यपाल मलिक ने भाजपा,संघ के नेता राम माधव पर लगाया पुराना आरोप फिर दोहराया है।उन्होंने कहा कि राम माधव एक दिन सुबह सात बजे आए और कहा कि एक पनबिजली परियोजना और रिलायंस की एक बीमा योजना को मंज़ूरी देने के बदले उन्हें 300 करोड़ रुपए मिल सकते हैं।मलिक ने दावा किया है कि उन्होंने वो पेशकश ख़ारिज करते हुए कहा कि वे ग़लत काम नहीं करेंगे।मलिक ने भ्रष्टाचार के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथित ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति पर भी गंभीर सवाल उठाते हुए दावा किया है कि पीएम को करप्शन से बहुत नफ़रत नहीं है।

अतीक बंधु की हत्या,
अनसुलझे सवाल…?    

माफिया से राजनेता का सफर तय करने वाले उप्र के अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या के आरोपियों ने पूरी वारदात ऑन कैमरा किया। अतीक और अशरफ की हत्या के वीडियो को पूरे देश ने देखा। हत्यारों ने वारदात के बाद फरार होने का दुस्साहस नहीं किया, उन्होंने सरेंडर कर दिया। हत्यारों की उम्र 20 से 25 साल के बीच हो सकती है। अभी तक उनका कोई बड़ा आपराधिक रिकॉर्ड भी सामने नहीं आया है।एक दिन पहले तक अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर को लेकर उप्र पुलिस की पीठ थपथपाई जा रही थी,अब इस डबल मर्डर के बाद सवाल भी खड़े हों रहे हैं । समूचे विपक्ष ने योगी सरकार और यूपी की कानून व्यवस्था को घेरा है।कुछ अहम सवालअब उठ रहे हैं…पुलिस के घेरे में तीन शूटर कैसे घुसे…?
अतीक और अशरफ हाईप्रोफाइल कैदी थे,फिर सुरक्षा में चूक कैसे हुई…?अतीक और अशरफ की सुरक्षा हल्के में क्यों ली गई…..?हमलावरों को महंगे हथियार किसने मुहैया कराए…?अतीक और अशरफ की हत्या की सुपारी किसने दी…?बहरहाल जैसा हत्याकांड क़ो बताया रहा है वैसा तो निश्चित नहीं लगता है?

बाबा की बयानबाजी और
विपक्ष का मजा..   

सरगुजा के महाराज, छग सरकार के मंत्री टी एस सिंहदेव की सीएम बनने की इच्छा बीच- बीच में हिलोरें मारने लगती है, पत्रकार पूछते हैं तो कभी वे कहते हैं कि वे सीएम बनना क्यों नहीं चाहेंगे…?कभी कहते हैं कि हाई कमान का पहले जैसा हाँथ अब उनके कंधे पर नहीं नजर आता है….?वे 2014 में छग की विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं। खैर छ्ग बनने के बाद श्यामाचरण शुक्ला, विद्या चरण शुक्ला, मोतीलाल वोरा आदिवासी नेता महेन्द्र कर्मा के दावे के बाद भी एक नौकरशाह,गैर विधायक अजीत जोगी क़ो पहला सीएम बनाया गया। जहाँ तक भाजपा की बात है तो रमेश बैस, दिलीप सिंह जूदेव, नंद कुमार साय,लक्खी राम अग्रवाल क़ो हासिये में रखकर डॉ रमन सिँह क़ो 3 बार सीएम बनाया गया, हालांकि रामविचार नेताम, ननकी राम कंवर आदि बीच बीच में आदिवासी एक्सप्रेस भी चलाते रहे पर कुछ हुआ नहीं।जहाँ तक छ्ग में कांग्रेस की सरकार बनने पर 2 दाऊजी (बड़े दाऊ डॉ चरण दास महंत,छोटे दाऊ भूपेश बघेल) टी एस सिंहदेव तथा ताम्रध्वज साहू का नाम चला था पर भूपेश के पक्ष में कॉंग्रेस हाईकमान ने निर्णय दिया। बीच में ढाई -ढाई साल के फार्मूले की भी चर्चा चली…
? अब अगले विस चुनाव क़ो कुछ माह ही बचे हैं और सीएम भूपेश बघेल का कद इतना बढ़ गया है कि अब बदलाव की दूर -दूर तक कोई उम्मीद नहीं है, ज़ब दूसरे राज्यों में भूपेश क़ो चुनाव कराने भेजा जाता है तो अपने छ्ग में तो अगला चुनाव भूपेश के नेतृत्व में ही होगा यह तय है ऐसे में बाबा के बयान के कोई मायने नहीं हैं, हाँ उनके बयान का विपक्ष जरूर मजा लेने में पीछे नहीं हैं…जबकि बाबा पहले ही क़ह चुके हैं कि वे किसी भी हालत में भाजपा नहीं जाएंगे?

जुनेजा ही विस,लोस
चुनाव करवाएंगे….     

अशोक जुनेजा छ्ग में पूर्णकालीन डीजीपी 5 अगस्त 22 क़ो बन गये थे, गृह विभाग ने आदेश में स्पष्ट लिखा है कि पुलिस बल के प्रमुख पदभार ग्रहण करने के बाद 2 साल तक इस पद पर बने रह सकेंगे। इस हिसाब से जून में जुनेजा रिटायर नहीं होंगे क्योंकि छ्ग सरकार फिलहाल उन्हें हटाने के मूड में नहीं है।वे अगस्त24 में रिटायर होंगे यानि अगला विस तथा लोस चुनाव वहीं करवाएंगे।यूपीएससी की अनुशंसा के बाद अब जुनेजा अगस्त 24 में रिटायर होंगे,पहले वे जून 23 में रिटायर होने वाले थे।इधर विशेष डीजी राजेश मिश्रा जनवरी 24 में रिटायर होंगे इसलिये ये तो दौड़ से बाहर ही हो गये हैं?वहीँ अरुण देव गौतम जुलाई 27, पवन देव जुलाई 28, हिमांशु गुप्ता जून 29, जीपी सिंह जून 29 (अभी निलंबित ), एसआर पी कल्लूरी मई 31,प्रदीप गुप्ता जुलाई 31, विवेकानंद सिन्हा जनवरी 32, दीपांशु काबरा जुलाई 34 में रिटायर होंगे। इधर प्रतिनियुक्ति पर होनेवाले वरिष्ठ आईपीएस रवि सिन्हा जनवरी 24,स्वागत दास नवम्बर 24, जयदीप जुलाई 30 में रिटायर होंगे तो एडीजी तथा सीबीआई में संयुक्त संचालक पदस्थ अमित कुमार दिसंबर 35 में सेवानिवृत होंगे।

और अब बस…..

00 संयुक्त राष्ट्र (यूएनएफपीए) के आंकड़ों से पता चलता है कि भारत अब दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है।भारत में अब चीन की तुलना में 20 लाख से ज्यादा लोग हैं।
0 ईडी तथा सीबीआई छ्ग में कोयला स्केम, शराब, डीऍमएफ और महादेव ऐप (ऑन लाइन सट्टा)चार मामलों में जाँच कर रही है।
0पहली बार राजधानी के कलेक्टर,एसपी क़ो एक साथ हटाने की चर्चा है?
0एक वरिष्ठ आईएएस क़ो डिप्टी कलेक्टर की पदस्थापना वाली जगह में क्यों पदस्थ किया गया है?
0छ्ग का कौन सचिव अगला विस चुनाव लड़ने की तैयारी में है?
0कोरबा जिले में पदस्थ एसडीएम पर उनकी पत्नी की शिकायत पर आईपीसी की धारा 498 के तहत दहेज प्रताड़ना का अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू कर दी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *