शेख इमरान ,गरियाबंद । जिले के नगर पंचायत फिंगेश्वर के वार्डवासी खुले में शौच करने वालो से इन दिनों ख़ासा परेशान है, वैसे तो जिले के साथ नगर पंचायत फिंगेश्वर को भी ओडीएफ यानी खुले में शौच मुक्त होने का प्रशासनिक स्तर पर दावा तो किया जाता है! पर ज़मीनी हक़ीक़त कुछ और ही है। मामला है फिंगेश्वर के वार्ड क्रमांक 09 गोकुल धाम कॉलोनी का है ।जहां के सैकड़ो लोग खुले में शौच करने वाले बाहरी लोगों से काफी परेशान है, स्थिति यह है कि सुबह हो या शाम वार्डवासी अपने घरों से बाहर नही निकल पाते। खुले में शौच करने वाले लोगो की वजह से कई तरह के बीमारी फैलने का खतरा भी है। वार्ड वासियों ने इसकी शिकायत नगर पंचायत के अधिकारी से किये तो बीते दिनों नगर पंचायत कार्यालय की ओर से दो कर्मचारी आये थे और उक्त लोगो को समझाए भी थे बावजूद वे लोग नही माने। कॉलोनी के निवासी तेजप्रताब साहू, शांति कोसरे, उर्मिला साहू, भुनेश्वरी साहू ने बताया कि जब खुले में शौच करने वाले लोगो को वे मना करते करते है तो कॉलोनी वालो से ही विवाद करने लग जाते है। कॉलोनी की शांति कोसरे ने बताया कि जब वह कॉलोनी के लोगो के साथ नगर पंचायत कार्यालय में शिकायत करने गई तब खुले में शौच करने वाले महिलाएं भी वहां पहुचे और हमारे घर शौचालय नही बना है कहते हुए जम कर विवाद करने लगे।
*आने जाने में वार्डवासियों को होती है परेसानी।*
तेजप्रताब साहू ने बताया कि कॉलोनी वासी इतने परेशान हो चुके है कि वे अपने बच्चों के साथ भी नही निकल पाते। खुले में शौच करने वाले लोगो की वजह से कॉलोनी के आस पर में काफी गंदगी फैल जाता है जिससे कई तरह के बिमारी होने का खतरा भी बना हुआ है। बता दे दी कॉलोनी ने आने जाने के लिए एक ही मुख्य रास्ता है जिसके आसपास की लोग खुले में शौच करने आ जाते है। अब सवाल यह उठाता है कि जब नगर पंचायत पूरी तरह खुले में शौच मुक्त शहर बन चुका है तो यह स्थिति क्यो है। क्या सच मे लोगो के घरों में शौचालय अभी भी नही बन पाया है या फिर कागजों में ही ओडीएफ यानी खुले में शौच मुक्त हो गया है।या भी जारूकता की कमी होने के वहज से लोग अपने घरों में बने शौचालय का उपयोग ही नही करते कई तरह के सवाल खड़े होते है।
*जागरूक नही हुए तो होगी ठोस कार्यवाही ।*
मामले को लेकर फिंगेश्वर के मुख्य नगर पालिका अधिकारी येशा लहरे का कहना है कि कॉलोनी के निवासियों से शिकायत मिलने के बाद कई बार खुले में शौच करने वाले लोगो को समझाया जा चुका है। पर उनका कहना था कि उनके घरों में शौचालय नही बना है। तब उन्हें नगर पंचायत द्वारा बनाये सर्वजनिक शौचालय का उपयोग करने के लिए भी कहा गया। बावजूद अगर अब भी जागरूक नही हुए या नही समझे तो फिर उनके खिलाफ ठोस कार्यवाही किया जाएगा।