रायपुर: रायपुर प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान, विश्व हिंदू सेवा संघ के राष्ट्रीय महासचिव विशाल भगत ने छत्तीसगढ़ राज्य के नए पदाधिकारियों की घोषणा की। यह घोषणा संघ के विस्तार और छत्तीसगढ़ में उसकी गतिविधियों को और सशक्त बनाने के उद्देश्य से की गई।
संघ की दृष्टि और उद्देश्य
विशाल भगत ने इस अवसर पर विश्व हिंदू सेवा संघ के उद्देश्यों और उसकी दृष्टि पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ का मुख्य उद्देश्य हिंदू समाज की सेवा करना और उसके उत्थान के लिए कार्य करना है। भगत ने कहा कि संघ का लक्ष्य न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को संरक्षित करना है, बल्कि समाज के सभी वर्गों के बीच एकता और सद्भावना को बढ़ावा देना भी है।
उन्होंने बताया कि संघ का यह मानना है कि समाज के विकास के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण आवश्यक है। संघ की गतिविधियों में गरीब और वंचित वर्ग के लोगों की सहायता, शिक्षा का प्रचार-प्रसार, और समाज में नैतिक मूल्यों की स्थापना जैसे कार्य शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ में पदाधिकारियों की नियुक्ति
विशाल भगत ने प्रेस वार्ता के दौरान छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों और मंडलों में नियुक्त किए गए पदाधिकारियों की सूची प्रस्तुत की। जिसमें छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष के रूप में हेमंत कुमार साहू साथ ही रायपुर जिला अध्यक्ष के रूप में गोपाल प्रसाद वर्मा महासमुंद जिला अध्यक्ष के रूप में डॉ. कोमल प्रसाद साहू और भी साथी उपस्थित रहे जिसमें दीपा साहू, भुनेश्वर साहू,सोनी कुर्रे, पूर्णिमा डहरिया, सोनिया बारले, प्रगति वर्मा,तारा बांधे,अंगिता निषाद,गौरव वर्मा उन्होंने कहा कि नए पदाधिकारी संघ के उद्देश्यों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करेंगे और राज्य में संगठन को और अधिक मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
नए पदाधिकारियों की नियुक्ति के साथ ही, संघ ने राज्य में अपने संगठनात्मक ढांचे को और अधिक सशक्त करने का प्रयास किया है। भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में संघ की गतिविधियों को तेजी से बढ़ाने के लिए इन पदाधिकारियों को विशेष रूप से चुना गया है, जो कि संघ के मिशन और विजन को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने में सक्षम होंगे।
संगठन का विस्तार और गतिविधियां
प्रेस वार्ता में विशाल भगत ने छत्तीसगढ़ में संगठन के विस्तार और आगामी गतिविधियों की रूपरेखा पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि संघ राज्य के सभी जिलों में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। इन कार्यक्रमों में धार्मिक और सांस्कृतिक संगोष्ठी, सेवा कार्य, और समाज में नैतिक मूल्यों का प्रचार-प्रसार शामिल होंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि संघ का ध्यान विशेष रूप से युवाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण पर केंद्रित रहेगा। संघ युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और परंपराओं से जोड़ने के लिए विभिन्न कार्यशालाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। इसके साथ ही, महिलाओं को समाज में सशक्त बनाने के लिए विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई जा रही है।
समाज सेवा और जनहित कार्य
विशाल भगत ने इस अवसर पर समाज सेवा और जनहित के कार्यों पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू सेवा संघ समाज के कमजोर और वंचित वर्गों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहेगा। संघ के सदस्य गरीबों और जरूरतमंदों को सहायता प्रदान करने के लिए विभिन्न सेवा परियोजनाओं में सक्रिय रूप से भाग लेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि संघ शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता के क्षेत्रों में भी कार्य करेगा, ताकि समाज के सभी वर्गों को समान अवसर मिल सके और उनकी गुणवत्ता जीवन में सुधार हो सके। भगत ने यह स्पष्ट किया कि संघ का लक्ष्य न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में काम करना है, बल्कि समाज के हर क्षेत्र में सेवा प्रदान करना है।
संगठन की योजना और भविष्य की रणनीति
प्रेस वार्ता के अंत में, विशाल भगत ने संगठन की भविष्य की योजनाओं और रणनीतियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि संघ का उद्देश्य छत्तीसगढ़ में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करना है, और इसके लिए विभिन्न स्तरों पर संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि संघ राज्य के सभी जिलों में नियमित रूप से कार्यक्रमों का आयोजन करेगा, जिसमें समाज के सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। भगत ने कहा कि संघ की रणनीति का मुख्य उद्देश्य समाज में एकता और सद्भावना को बढ़ावा देना है, ताकि समाज में किसी भी प्रकार के भेदभाव और असमानता का स्थान न हो।