नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने प्रिंट मीडिया की तारीफ की। उन्होंने कहा कि वह देश में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम पंक्ति में खड़ा है। पत्रकारों को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ और संसदीय संस्थानों के बीच सेतु के रूप में काम करने और दो तरफा संचार को सक्षम करने वाला बताते हुए नायडू ने कहा, ‘महामारी के समय में इस भूमिका को और भी अधिक महत्व दिया गया है।’
उन्होंने कहा कि प्रतिकूल परिस्थितियों के दौरान मीडिया है जो कारणों और परिणामों के लिए जानकारी की तलाश करता है और जो मौजूदा स्थिति से मुकाबला करने का साधन है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह केंद्र, राज्य और मीडिया पर निर्भर करता है कि वे लोगों को सूचित करें और उनके अनुसार सुसज्जित करें।
मीडिया को महामारी का इतिहास लिखने वाला करार देते हुए उन्होंने कहा, ‘प्रतिबंधों के कारण अर्थव्यवस्था गिरी है, विज्ञापन राजस्व कम हो गया है। संचालन के पैमाने को समायोजित करना पड़ा और अच्छी संख्या में मीडियाकर्मियों के वेतन में कटौती करनी पड़ी। इसके बावजूद मीडिया बड़े पैमाने पर लोगों को सशक्त बनाने के मिशन के साथ कायम रहा, वो भी तब जब इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है।’
फेसबुक पोस्ट में उच्च सदन के सभापति ने संसद की विभाग-संबंधित स्थायी समितियों की बैठकों की बहाली पर संतोष व्यक्त किया। जिसने सरकार द्वारा कोविड-19 की स्थिति से निपटने की जांच शुरू कर दी है। नायडू ने कहा कि स्थायी समिति की बैठक के लिए एक छोटी समयावधि वर्तमान स्थिति को देखते हुए संभव नहीं होगी।