वाराणसी : वाराणसी के संपूर्णानंद विश्वविद्यालय के मैदान पर गुरुवार को एक अनोखा क्रिकेट मैच देखने को मिला। मैदान पर सभी बटुक खिलाड़ी धोती व कुर्ता पहने मैदान पर क्रिकेट खेलने उतरे। मैच की कमेंट्री खास तरीके से संस्कृत भाषा में हो रही थी। अंपायर भी भगवा धोती,दुपट्टा व रुद्राक्ष की माला धारण किए हुए थे। खिलाड़ी भी कोरोना से बचाव के लिए एक दूसरे को प्रोत्साहित करते रहे।
दरअसल, संस्कृत के संवर्धन के लिए समर्पित दशाश्वमेध स्थित श्री शास्त्रार्थ महाविद्यालय के 77वें स्थापनोत्सव पर आयोजित इस अद्भुत व अनूठी क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें सभी बटुक खिलाड़ी अपने परंपरिक गणवेश धोती व कुर्ता में टीका-त्रिपुण्ड लगाकर मैदान पर क्रिकेट खेलने उतरे। सभी खिलाड़ियों में मैच जीतने का काफी जोश था।
इन सबसे इतर मैच का सबसे रोमांचक पहलू कमेंट्री का दिखा जो पूर्ण रूप से संस्कृत भाषा में हो रही थी। मुख्य कमेंटेटर शास्त्रार्थ महाविद्यालय के वयोवृद्ध वरिष्ठ आचार्य डॉ. शेषनारायण मिश्र धारा प्रवाह संस्कृत में कमेंट्री कर रहे थे। इस मैच में अंपायरिंग करने वाले पूर्व खिलाड़ी धीरज मिश्र व अनुज तिवारी भी भगवा धोती,दुपट्टा व रुद्राक्ष की माला धारण किए हुए थे।
मैच के दौरान बटुक खिलाड़ियों ने कोरोना से बचाव के लिए दो गज दूरी मास्क है जरूरी के नारे भी लगाते रहे। प्रतियोगिता में जनपद की चार टीमों ने हिस्सा लिया। मैच का उद्घाटन शास्त्रार्थ महाविद्यालय के प्राचार्य व संयोजक डॉ. गणेश दत्त शास्त्री ने बटुक खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया।
इस अवसर पर प्रो.हरि प्रसाद अधिकारी,डॉ.माधुरी पांडेय, डॉ. उमाशंकर त्रिपाठी,आचार्य चूड़ामणि शास्त्री,डॉ.अशोक पांडेय, आमोद दत्त शास्त्री आदि उपस्थित थे। पूरे मैच का संयोजन व सफल संचालन महाविद्यालय के साहित्य विभागाध्यक्ष आचार्य पवन शुक्ला ने किया।