रमेश भट्ट, कोटा, बिलासपुर : किसी भी देश के नागरिक का अधिकार के साथ उसके मान सम्मान को भी अहमियत मिलनी चाहिए ऐसा हमारे देश का संविधान कहता चाहे स्त्री हो या पुरुष सबको एक सामान अधिकार प्राप्त है किन्तु इसी समाज में एक और श्रेणी जिसे थर्ड जेंडर ट्रांसजेंडर कहते ने अपना स्थान तो बना लिया था.
उनकी अपनी जीवन शैली जैसे तैसे तो चल रही थी किन्तु क़ानूनी मान्यता का मौहताज था जिसे सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने 19 जुलाई 2019 को इस विषय में एक बिल पेश किया गया जो ट्रांसजेंडर के अधिकारों को परिभाषित करता है सभी प्रकार के भेदभाव को रोकने केलिए प्रावधान किए गए और 7 अगस्त को यह बिल पास हुआ और इस बिल में दीए गए प्रावधानों के अनुसार हर सार्जनिक स्थानों पर ट्रांसजेंडर केलिए अलग से सौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि किसी भी ट्रांसजेंडर को असुविधा के साथ असजता का सामना करना न पड़े इस पर माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी 2012 में संज्ञान लिया था और व्यवस्था को सुदृढ़ करने के आदेश दीए थे
जिसके बाद देश के कई प्रदेशो में ट्रांसजेंडर सौचालय बनाए गए और आज इसी क्रम में बिलासपुर रोट्री क्वींस एवं राउंड टेबल इंडिया ने ट्रांसजेंडर सौचालय बनाकर इस अनुकरणीय पहल का उदहारण बन गए और साथ ही यह भी कह सकते है की छत्तीसगढ़ प्रदेश का पहला ट्रांसजेंडर सौचालय बिलासपुर के मेडिकल कालेज सिम्स में बनाया गया और इस सौचालय का उदघाटन डिप्टी संभाग कमिश्नर अर्चना मिश्रा ने किया वैसे इस सौचालय का उदघाटन डा.संजय अलंग के सौजन्य से होना था
किन्तु स्वास्थ्यगत कारणों से उनका आगमन नही हुआ.कार्यक्रम के दौरान रोट्री क्वींस प्रेसिडेंट पायल लाठ,सचिव रुचिका कौर टीब,शिल्पी चौधरी,मनीषा जैसवाल,वंदना चतुर्वेदी,सुनीता खेत्रपाल,एकता विरवानी,स्वाति श्रीवास्तव,बिलासपुर अमिगोस राउंड टेबल 300 के चेयरपर्सन अविनाश आहूजा,टेबलर गगनदीप सिंह मंसूर वनक एवं सिम्स के प्रभारी मेडिकल सुपरिटेंडेंट विवेक शर्मा के साथ बिलासपुर ट्रांसजेंडर अध्यक्ष राजा विजय अरोरा के साथ उनके अन्य साथीगण मौजूद थे.उपस्थित सभी गणमान्यो ने इस अनुकरणीय पहल की सराहना की,