वित्तीय संकटों से आपको बचाएंगे ये चार काम, कभी नहीं होंगे पैसों के लिए परेशान

नई दिल्ली : कोरोना वायरस महामारी ने 2020 में लोगों को बहुत परेशान और चिंतित रखा है। इसकी वजह से सभी क्षेत्रों में नुकसान हुआ है। निवेशक भी मुनाफे को लेकर परेशान हैं। वित्तीय जानकार कहते हैं कि कोरोना काल में ऐसे विकल्पों में निवेश करें, जहां पैसा सुरक्षित रहे और अच्छा रिटर्न मिलता रहे। इसलिए हम आपको निवेश और बचत के चार ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं जो आपको वित्तीय संकटों से बचाएंगे।

इमरजेंसी फंड : अपनी सैलरी का 80 फीसदी ही खर्च करना चाहिए और 20 फीसदी बचा के रखना चाहिए। 

आपको ध्यान रखना चाहिए कि किसी इमरजेंसी में खर्च के लिए आपके पास अतिरिक्त राशि की व्यवस्था रहे। इमरजेंसी अगर सेहत को लेकर हो, तो आपको और भी ज्यादा ध्यान देना होगा। भविष्य में अगर किसी कारण आपकी सेहत बहुत बिगड़ जाती है, तो इसके लिए आपके पास फंड का होना बेहद आवश्यक है। फाइनेंशियल प्लानर्स के अनुसार, किसी भी व्यक्ति को अपनी सैलरी का 80 फीसदी ही खर्च करना चाहिए और 20 फीसदी बचा के रखना चाहिए। जो पैसा आपने जमा किया हुआ है, उसको आप एक लिमिट में निकालकर अपने खर्च को बिगड़ने से बचा सकते हैं। रिटायरमेंट के बाद के लिए आपके पास सेहत के अतिरिक्त अन्य खर्चों को पूरा करने के लिए भी पैसे जुड़े होने चाहिए।

स्वास्थ्य बीमा जरूर खरीदें…
कोरोना महामारी के समय में स्वास्थ्य बीमा नहीं लेना ठीक वैसे ही है जैसे बिना मास्क के बाहर जाना। महामारी के दौर में अपने और परिवार की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य बीमा जरूर लें। इससे न सिर्फ अस्पतालों के भारी-भरकम खर्च से राहत मिलेगी, बल्कि आप पर वित्तीय बोझ भी नहीं पड़ेगा। इसलिए वर्ष 2021 में कदम रखते हुए अपने और अपने परिवार के इमरजेंसी मेडिकल खर्चों को कवर करने के लिए पर्याप्त स्वास्थ्य बीमा और महत्वपूर्ण बीमा योजनाएं खरीदना सबसे महत्वपूर्ण वित्तीय कदम है।

अगर आप अधिक यात्राएं करते हैं, तो आपके पास ओवरसीज ट्रैवल इंश्योरेंस होना चाहिए। इसी तरह, अगर आप मकान मालिक हैं तो होम इंश्योरेंस भी महत्वपूर्ण है। ये ऐसी चीजें हैं जो आपको और आपके परिवार को मानसिक शांति देंगी।

जारी रखें एसआईपी…
2020 में मार्च और अप्रैल में इक्विटी बाजार में गिरावट आई थी। इसने पिछले तीन से चार वर्षों के भीतर शुरू हुई एसआईपी के निवेश को नुकसान में बदलना शुरू कर दिया था। इससे कई निवेशक घबरा गए और अपनी इक्विटी एसआईपी को रोक दिया। शेयर बाजार में निवेश का अच्छा और कम जोखिम वाला जरिया है। अगर आपके आप इमरजेंसी फंड मौजूद है तो पहले से चल रही एसआईपी ना रोकें। क्योंकि लंबी अवधि में मौजूदा गिरावट आपको फायदा देगी। ब्लू चिप कंपनियों वाले म्युचुअल फंड में निवेश से अच्छा मुनाफा मिल सकता है। ब्लू चिप यानी ऐसी कंपनियां जिनकी पूंजी शेयर बाजार मे सबसे ज्यादा है। निफ्टी 50 में शामिल कंपनियां ब्लू चिप कंपनियां मानी जाती हैं। इक्विटी की तुलना में डेट में निवेश सुरक्षित माना जाता है, लेकिन इसमें सीमित रिटर्न ही मिलता है। इक्विटी मार्केट ने अप्रैल से रिकवरी करना शुरू कर दिया था, और नवंबर के बाद से बाजार नई ऊंचाई पर पहुंचना शुरू हो गया। एसआईपी जारी रखने वाले निवेशकों ने बहुत कम लागत पर यूनिट खरीदे, निवेश लागत को औसत किया और अब बाजार की रिकवरी के बाद ये निवेशक एसआईपी रोकने वाले निवेशकों के मुकाबले कहीं ज्यादा रिटर्न कमा रहे हैं।

नौकरी करते समय जरूरी है रिटायरमेंट की प्लानिंग…
नौकरी करते समय हम मकान, गाड़ी खरीदने और बच्चों की पढ़ाई या शादी के लिए ही पूंजी जुटाने में व्यस्त रहते हैं और खुद के लिए योजना बनाने का समय ही नहीं मिलता। लिहाजा आपको यह समझना होगा कि रिटायरमेंट पूंजी जमा करना भी अन्य लक्ष्यों जितना महत्वपूर्ण है। अगर इसमें देरी होती है तो पर्याप्त पूंजी एकत्र करना संभव नहीं होगा और रिटायरमेंट के बाद आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ सकता है। इस लक्ष्य के लिए जितनी जल्दी हो सके अपने निवेश की शुरुआत कर दें।

 

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