शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )
देश के 5 राज्यों पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पाडुचेरी में विधानसभा चुनाव की गहमागहमी चल रही है। बंगाल, केरल के साथ असम चुनाव पर भी लोगों की नजर है। भले ही चुनावी विश्लेषक असम में भाजपा को मजबूत बता रहे हैं लेकिन कांग्रेस की सक्रियता और सोची-समझी रणनीति के तहत उठाये जा रहे कदमों से वहां मामला बराबर का दिखाई देने लगा है, शुरूवाती धारणाओं के विपरीत कांग्रेस ने असम चुनाव में भाजपा के सामने कड़ी चुनौती खड़ी कर दी है….। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा उनकी टीम छग पैटर्न पर वहां प्रचार-प्रसार में लगी है वहां करीब 30 लाख छत्तीसगढिय़ा मूल के मतदाता है, भूपेश की टीम की सक्रियता के चलते ही भाजपा आलाकमान ने छग में 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ.रमन सिंह को वहां तैनात कर दिया है। कांग्रेस के भूपेश बघेल तथा भाजपा के डॉ. रमन सिंह के आरोप-प्रत्यारोप के चलते कभी कभी ऐसा लगता है कि चुनाव असम में नहीं छग में हो रहा है….।
दरअसल भाजपा को कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हेमंत विश्वा सरमा के प्रभाव तथा मुस्लिम विरोधी सांप्रदायिक कार्ड पर पूरा भरोसा था पर भूपेश की व्यूह रचना के चलते कांग्रेस कार्यकताओं के बूथ तक सक्रिय होने से परेशानी आ रही है। बदरूद्दीन अजमल की पार्टी एआईयूटीएफ से गठबंधन के बाद कांग्रेस की सीटों में इजाफा का सँ केत है तो बोडालैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) में हुए समझौते का लाभ भी कांग्रेस को मिल सकता है यह फ्रंट पहले भाजपा के साथ था। असम में स्थानीय मुद्दों के साथ ही सीएए की भी बड़ी चर्चा है। असम में नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, जे पी नड्डा से सर्वानंद सोनवाल तक सीएए की बात कर रहे हैं, जाहिर है कि सीएए का मुद्दा भाजपा के खिलाफ ही जाएगा…। असम में घुसपैठ रोकने आखिर पिछले 5 साल भाजपा की सरकार ने क्या किया…., कितने घुसपैठियों को वापस भेजा या घुसपैठ रोकने बांग्लादेश सीमा पर क्या किया…? बहरहाल असम में छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार के पेटर्न पर कांग्रेस मत हासिल करने प्रयासरत है, वनोपज का उचित मूल्य, सीएए लागू नहीं करने, हर गृहणियों को प्रतिमाह 2000 रुपये, 5 लाख सरकारी नौकरी, 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली, चाय बगान मजदूरों को 365 रुपये प्रतिदिन मजदूरी देने की बात कांग्रेस कर रही है तो भाजपा को सँप्रदायिक कार्ड, सीएए लागू करने जैसे विवादास्पद मुद्दों पर अधिक भरोसा है।
भूपेश का कद बढ़ेगा।
बहरहाल असम विधानसभा चुनाव के परिणाम का छग की राजनीति में भी बड़ा असर होने की संभावना है। इस विधानसभा चुनाव के प्रभारी छग के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल है यदि वहां सरकार कांग्रेस की बनती है, तो भी और यदि कांग्रेस की सीटों में इजाफा होता है तो भी भूपेश बघेल का कद कांग्रेस में बढ़ेगा यह तय है वैसे भी इस चुनाव में भूपेश बघेल की नजदीकियां राहुल गांधी, प्रियंका गांधी से तो बढ़ी ही हैँ. साथ ही उनके संगठनात्मक गुणों की भी प्रशंसा हो रही है, छत्तीसगढ़ मॉडल की भी अब चर्चा देश में हो रही है।
नक्सली वारदात…
भूपेश बघेल की छग में सरकार बनने तथा नक्सल डीजी अशोक जुनेजा के बनने के बाद पहली बड़ी वारदात क़ल की मानी जा सकती है। नारायणपुर जिले में कड़मेटा-कन्हार गांव के बीच आईईडी विस्फोट में 5 जवानों की शहादत हो गई है, दरअसल बस्तर में सुरक्षाबलों की बेहद सक्रियता से नक्सली बेकफुट में आ गये हैं, हाल ही में शांतिवार्ता का प्रस्ताव भी भेजा था पर यह वारदात इस बात की गवाह है कि नक्सली हिंसा का रास्ता नहीं छोड़ सकते हैं। हालांकि घटना हृदयविदारक है पर अब सुरक्षाबल तथा सरकार को नक्सलियों के सफाये के लिए विशेष रणनीति बनाने की जरूरत है। हालांकि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार मौके पर रोड ओपिनिंग और बम डिस्पोजल स्क्वायड को आईईडी का पता कैसे नहीं चला यह जांच का कारण बना हुआ है। नक्सलियों ने पुलिया और सड़क के बीच एप्रोचरोड पर मिट्टी के नीचे आईईडी विस्फोटक दबाकर रखा था। खैर नक्सली अभी तक कई बार बस्तर को दहला चुके हैं। बस्तर में 25 मई 2012 को कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर झीरमघाटी में हमले से विद्याचरण शुक्ल, महेन्द्र कर्मा, नंदकुमार पटेल सहित 30 लोग मारे जा चुके हैं। 11 मार्च 2014 को झीरम में ही 15 जवानों की हत्या कर दी थी। 12 मई 2012 को सुकमा में दूरदर्शन केंद्र पर हमला कर 4 जवानों को शहीद कर दिया था। 20 जून 2011 को दंतेवाड़ा में बारूदी सुरंग विस्फोट से एटीलैण्ड माइन वाहन को उड़ाकर 10 जवानों की शहादत ली थी तो 15 अप्रैल 2010 में ताड़मेटला में सर्चिंग को निकले 76 सीआरपीएफ जवानों की हत्या कर दी थी, 17 मई 2010 को दंतेवाड़ा से सुकमा जा रहे 12 पुलिस अधिकारियों सहित 36 लोग मारे गये थे। 29 जून 10 को नारायणपुर जिले के छोड़ाई में सीआरपीएफ के 27 जवान शहीद हुए थे। 12 जुलाई 2009 को राजनांदगांव के मानपुर में 29 पुलिस कर्मी सहित पुलिस अधीक्षक विनोद चौबे की शहादत हुई थी। 15 मार्च 2007 को बीजापुर के रानी वोदली पुलिस कैंप में हमला कर 55 जवानों की हत्या कर दी थी, 9 जुलाई 2007 को एर्राबोर के उरपलमेटा में सीआरपीएफ तथा जिला पुलिस बल के 23 लोगों की हत्या नक्सलियों ने की थी।
सवाल यह उठता रहता है कि नक्सली वारदात के बाद बयानबाजी का दौर शुरू होता है, नक्सली उन्मूलन की रणनीति बनती है और फिर किसी बड़ी वारदात का इंतजार शुरू हो जाता है….?
कंडम विमान और डेढ़ करोड़…
बंगलादेश की यूनाईटेड एयरवेज का एक विमान रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट में करीब 5 साल 6 माह से खड़ा है और अब तो उसका पार्किंग शुल्क ही डेढ़ करोड़ के आसपास हो गया है, बंगलादेश के इस एयरवेज ने विमान बेचकर पार्किंग शुल्क देने का आश्वासन दिया है।
बंगलादेश यूनाईटेड एयरवेज का मेक्डानल जगलस एमडी-83 हवाई जहाज 7 अगस्त 2015 को आपातकालीन स्थिति में माना विमानतल पर उतरा था। बंगलादेश के ढाका से मस्कट के लिए 173 लोग जाने निकले थे। यह विमान बनारस और रायपुर के हवाई क्षेत्र के बीच था तभी इसके एक इंजन में आग लगी थी। किसी तरह माना विमानतल यात्रियों को उतारा गया, बाद में एयरवेज के विशेष विमान से यात्रियों क़ो रवाना कर दिया गया । बाद में इस विमान को बनाने तकनीकी कमेटी भी आई पर विमान नहीं बन सका, बाद में 6 मार्च 2016 को यूनाइटेड एयरवेज ने अपना कारोबार ही बंद कर दिया और तब से विमान खड़ा है। विवेकानंद एयरपोर्ट के सूत्रों की मानें तो 320 रुपये प्रति घंटे के हिसाब से पार्किंग शुल्क लगाया जा रहा है। अभी तक एक करोड़ 54 लाख पार्किंग शुल्क लग चुका है। इस तरह 48 मिलियन डालर कीमत का यह विमान कबाड़ में जाएगा ऐसा लगता है।
और अब बस….
0 मुंबई पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह के गृहमंत्री द्वारा 100 करोड़ मासिक की वसूली करने के आरोप सम्बंधित चिट्ठी पर टिप्पणी…. सटोरिये /गैर कानूनी काम करने वालों द्वारा हफ्ता थानेदार-सीएसपी/डीएसपी से एसपी से ऊपर तक पहुंचाना एक व्यवस्था बन चुकी है सभी जागरूक नागरिक यह जानते हैं…।
0 नगर का एक पुलिस अफसर किस नेता के घर हर माह रसोई गैस का सिलेण्डर भिजवाता है।यह व्यवस्था भाजपा सरकार के समय से जारी है….!
0 आईपीएस सुजीत कुमार जब कोण्डागांव के एसपी थे तब 150 आदिवासी बच्चों को मानव तस्करों से छुड़ाने के नाम पर उन्हें फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग एवार्ड मिला है।