नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को नेशनल मेट्रोलॉजी कॉन्क्लेव में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन भाषण दे रहे हैं। कॉन्क्लेव का विषय है- ‘राष्ट्र के समावेशी विकास के लिए मेट्रोलॉजी’। काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च-नेशनल फिजिकल लेबोरेटरी (सीएसआईआर-एनपीएल), नई दिल्ली द्वारा कॉन्क्लेव आयोजित किया जा रहा है। सीएसआईआर-एनपीएल की स्थापना के 74 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान मंत्री, डॉ. हर्षवर्धन मौजूद हैं।
भारत मे दुनिया का सबसे बड़ा कोविड वैक्सीन प्रोग्राम शुरू होने वाला है
समय के साथ, आपकी परिवर्तन में एक भूमिका रही है। भारत 2022 में अपनी आजादी के 75वें वर्ष और 2047 में 100 वें वर्ष का जश्न मनाएगा। इस समय, हमें अपनी दृष्टि में आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को बनाए रखना है और नए मानकों और बेंचमार्क के साथ आगे बढ़ना है।
जब हम अतीत में दोबारा देखते हैं, तो आपकी शुरुआत स्वतंत्रता के बाद के युग में भारत को विकास की राह पर ले जाने के लिए हुई है।भारत मे दुनिया का सबसे बड़ा कोविड वैक्सीन प्रोग्राम भी शुरू होने जा रहा है। इसके लिए देश को अपने वैज्ञानिको के योगदान पर गौरव है। हर देशवासी अपने वैज्ञानिकों और टेक्नीशियनों का कृतज्ञ है।
देश को वैज्ञानिकों के योगदान पर गर्व है
नया साल बड़ी उपलब्धि लेकर आया है। पूरे देश को वैज्ञानिकों के योगदान पर गर्व है। दो मेड इन इंडिया वैक्सीन को मंजूरी मिली है। नए दशक में यह शुभारंभ देश का गौरव बढ़ाने वाला है। भारत के वैज्ञानिकों ने दो-दो वैक्सीन विकसित किए हैं।
हमें भारतीय उत्पादों के लिए लोगों का दिल जीतना है
हम दुनिया को भारतीय उत्पादों से भरना नहीं चाहते हैं, लेकिन हमें दुनिया के हर कोने में भारतीय उत्पादों के लिए हर ग्राहक का दिल जीतना चाहिए।
हमारे देश और उत्पादों, सार्वजनिक या निजी क्षेत्र, दोनों में सेवाओं की गुणवत्ता दुनिया में भारत की ताकत का निर्धारण करेगी। तुलना और गणना के साथ कोई शोध पूरा नहीं हुआ है। हमें अपनी उपलब्धियों की भी गणना करने की आवश्यकता है
हमारे देश में सर्विसेज की क्वालिटी हो, चाहे सरकारी सेक्टर हो में या प्राइवेट। प्रोडक्ट्स की क्वालिटी हो, चाहे सरकारी सेक्टर में हो या प्राइवेट। हमारे क्वालिटी स्टैंडर्ड ये तय करेंगे कि दुनिया में भारत और भारत के प्रोडक्ट्स की ताकत कितनी बढ़े।
आज हमारे वैज्ञानिक नेशनल एटॉमिक टाइम स्केल और भारतीय निर्देशक द्रव्य प्रणाली राष्ट्र को समर्पित कर रहे हैं। साथ ही देश की पहली नेशनल एनवायरमेंटल स्टैण्डर्ड लैबोरेटरी का शिलान्यास भी हुआ है।