रायपुर। हाउसिंग बोर्ड यूं तो अपने प्रोजेक्ट निर्माण को लेकर कई बड़े बड़े दावे करता है। उसकी गुणवत्ता का बखान करता है कि उसके द्वारा बनाए घर अच्छी क्वालिटी के हैं। लेकिन हाल ये है कि कुछ साल पहले बनाए गए कचना फेस 2 के बेहतर निर्माण की पोल बारिश ने खोल दी है। हाल ये है कि जब इस बारे में शिकायत की जाती है तो या तो अधिकारी फोन नहीं उठाते या सुनवाई नहीं करते। ताजा मामला इसी कचना फेस 2 का है जहां अविभाजित मध्यप्रदेश के हाउसिंग बोर्ड के पूर्व चेयरमैन व जाने माने वकील कनक तिवारी भी रहते हैं। उन्होंने यहां के अपने घर के हालात के बारे में लिखा है कि… मैं रायपुर में हाउसिंग बोर्ड की कचना कॉलोनी में रहता हूं। मेरे मकान का रूफ टपक रहा है। बेडरूम में पानी आ रहा है। ठीक उसी तरह जैसे नए संसद भवन में टपक रहा है। यह तो कंस्ट्रक्शन का डिफेक्ट है। सीपेज भी हो रहा है। हाउसिंग बोर्ड का आलम यह है कि प्रभारीअसिस्टेंट इंजीनियर नितेश कश्यप एग्जीक्यूटिव इंजीनियर साहू एडिशनल हाउसिंग कमिश्नर अजीत पटेल इन सब से फोन पर बात करने की कोशिश करता हूं। फोन का जवाब देते ही नहीं हैं। चाहे कितने ही फोन क्यों ना करो ।एक वरिष्ठ नागरिक होने के नाते जो अविभाजित मध्य प्रदेश में हाउसिंग बोर्ड का अध्यक्ष रहा है ।राज्य का एडवोकेट जनरल रहा है। कई पदों पर रहा है। लोगों का काम करता रहा है ।इस उम्र में उसके साथ अपमानजनक व्यवहार होता है । समस्याएं तो और भी हैं। मैं किससे बताऊं। अपने आप पर शर्म आ रही है। उन्होंने अपने घर की समस्या को लेकर एक पत्र भी लिखा है।