इन्दौर : आगामी ईद उल अजहा को लेकर मुस्लिम समाज मे हर्ष है वही बड़ी कुर्बानी को लेकर भी कड़ा विरोध सामने आया है। परम्परानुसार होने वाली इज्तिमाई कुर्बानी के लिए शहर काजी ने अपना हित साधते हुए कुछ लोगो की अनुशंसा करते हुए अनुमति देने की मांग की।
बताया जा रहा है कि शहर काजी ने जिन लोगो के नाम दिए है उनके पास पर्याप्त जगह नही है। ना साफ सफाई के पर्याप्त इंतज़ाम है। जिन लोगो के लिए कुर्बानी करने की अनुशंसा की गई है वो शहर काजी के करीबी है वही कही न कही किसी तरह के स्वार्थ भी नज़र आ रहा है ।
इसी बीच मंत्री समर्थक मंजूर बेग़ ने विरोध करते हुए जिला प्रशासन से मांग की है कि जिन्हें पिछले कुछ सालों से अनुमति मिलती आ रही है उन्हें ही अनुमति दी जाए । जिनके पास पर्याप्त जगह और साफ सफाई की व्यवस्था के साथ कोरोना नियमो का पालन करने की क्षमता है के कुर्बानी स्थलों का पुलिस द्वारा निरीक्षण कर अनुमति दी जानी चाहिए। टेंट लगा कर खुले में कुर्बानी करने वालो पर सख्ती से रोक लगाई जाए। त्योहार के दौरान शहर में शांति सौहार्द बना रहे एवं परंपरा भी कायम रहे।उक्त प्रकरण में adm पवन जैन और अजयदेव शर्मा कुछ भी स्पष्ट कहने से बच रहे है वही अनुमति देने के सवाल पर परम्परा निर्वहन और ICMR गाइडलाइन का हवाला देते दिखाई दे रहे है।
पिछले साल कोरोना के चलते थाना प्रभारी और सीएसपी के आदेशों पर पूर्व के सालो में अनुमति प्राप्त लोगो को अनुमति देकर खजराना में बड़ी इज्तिमाई कुर्बानी की गई थी । शहर काजी और मंत्री समर्थक की खीचतान में पूर्व में अनुमति प्राप्त कलेक्टर कार्यलय के चक्कर लगाते फिर रहे है ।