शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )
विश्व के सबसे बड़े लोक तंत्र में लोस चुनाव में सत्ता धारी दल ने न तो मंहगाई, गरीबी पर बात की, न ही बेरोजगारी पर कोई बात की मुजरा,मुग़ल,मुसलमान राममंदिर के साथ ही भाज पा नेताओं के चुनाव के ज्वलंत मूद्दे रहे वह थे….वो आप की एक भैंस छीन लेंगे, आपका मंगलसूत्र छीन लेंगे,वो मांस मछली खाते हैं, वो आपका एक कमरा छीन लेंगे,वो आप का बैंक खाता बंद कर देंगे, बिजली का कनेक्शन काट देंगे,वो आपका पानी काट कर नल चुरा लेंगे,वह राम मंदिर में ताला लगा देंगे…?
लोस चुनाव में उपलब्धि
नहीं आरोप का दौर रहा?
देश में 2 बार भाजपा की सरकार नरेन्द्र मोदी के नेतृ त्व में बन चुकी है।मोदीअब नेहरू, इंदिरा गांधी की लीग में शामिल होने प्रयासरत हैं, देश के पहले पीएमनेहरू ने 1952, 1957 तथा1962 में क्रमश: 364,371 तथा 361 लोस सीटे कांग्रेस को दिलाकर सरकार का नेतृत्व किया,वहीं 1967, 1971 में लगातार 2 बार 283 तथा 352 लोस क्षेत्रों में कांग्रेस के विजयी होने के बाद इंदिरा गांधी ने पीएम का दायित्व सम्हाला था। 1980 में पुन: पीएम बनी।वहीं वर्तमान पीएम नरेन्द्र मोदी,गैर कांग्रेसी भाजपा के लिए रिकार्ड बना लिया है। 2014 के लोस चुनाव में भाजपा को 282 (स्पष्ट बहुमत)मिला और 2019 के लोस चुनाव में भाजपा को 303 लोस क्षेत्रों में जीत मिली थी।वे 2024 के लोस चुनाव में भाजपा की सर कार बना कर फिर पीएम बन कर नेहरू-इंदिरा की बराबरी करने प्रयत्नशील हैं।विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस 2014 के लोस चुनाव में 44 तथा 2019 के लोस चुनाव में 52 सीटें पाकर लोस में नेता प्रतिपक्ष के संवैधानिक दर्जा से वंचित हो गई थी ज्ञात रहे किलोक सभा की कुल सीटें में 10% यानि 54 सीटें हासिल होने पर ही नेता प्रतिपक्ष का दर्जा मिलता है।लोकसभा 20 14 में भाजपानीत एनडीए ने स्वीप किया था। हालांकि 2014 के चुनाव में भाजपा के किये वायदे 15 लाख सभी के खाते में,2 करोड़ लोगों को प्रतिवर्ष रोजगार, कालाधन लाने आदि मेंकोई वादा पूरा नहीं किया? पर 2019 के लोस चुनाव में पुलवामा हमला,पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक सेजोड़ कर राष्ट्रवाद,राष्ट्र का स्वाभि मान, मोदी है तो देश सुर क्षित है आदि नारों के चलते देश के अधिकांश मतदाता ओं को अपने से जोडऩे में सफलता पाई जिसमें पह ली बार मतदान करने वाले युवा,महिला मत दाता का वर्ग शामिल रहा।2024 के चुनाव में भाजपा की मोदी सरकार ने अपनी 10 सालों की उपलब्धियों की जगह विपक्ष पर आरोप -प्रत्यारोप पर ही लगी रही।हिन्दु- मुस लमान, राममंदिर निर्माण, कश्मीर में धारा 370 की समाप्ति, तीन तलाक,आर क्षण भी बड़ा मुद्दा रहा….?
सीएम पटनायक और
पूर्व नौकरशाह पांडियन?
ओडिशा में लोक,विधान सभा चुनावों के लिए प्रचार अंतिम दौर में है। बीजेडी में नंबर दो की हैसियत रखने वाले पूर्व नौकरशाह वी के पांडियन का एक वीडियो, सीएम का हाथ कैमरे से छिपाने पर घिर गए हैं।भा जपा ने इस वीडियो को साझा करते हुए बीजेडी पर हमला बोला है।मूलरूप से तमिलनाडु के रहने वाले पांड्यन का जन्म 29 मई, 1974 को हुआ।पहले मदुरै के तमिलनाडु कृषि विवि से ग्रैजुएशन किया फिर नई दिल्ली के कृषि अनुसंधान संस्थान से मास्टर्स।साल 2000 में आईएएस बनगए ओडिशा काडर के अलग- अलग पदों पर रहे।करियर की शुरुआत उन्होंने काला हांडी ज़िले में बतौर डिप्टी- कलेक्टर की।बाद में वो मयूरभंज, गंजम ज़िले के कलेक्टर रहे, गंजम, नवीन बाबू का गृह ज़िला है।सूबे की राजनीति बूझने वाले बताते हैं कि इसी के बाद से नवीन से क़रीबी शुरू हुई ।समय के साथ पांड्यन प्रमो ट होते गए। फिर 2011 में नवीन के निजी सचिव बने, और तब से ओडिशा की राजनीति का ‘अनिवार्य चैप्टर’ बन गए हैं।उनकी पत्नी सुजाता कार्तिकेयन भी 2000 बैच की आई एएस हैं।कमिश्नर (मिशन शक्ति) थीं,2 मई, 2024 को चुनाव आयोग ने उन्हें ग़ैर-सार्वजनिक विभाग में ट्रांसफ़र करने का आदेश दिया था।
छ्ग की 11लोस सीट
और दावा……?
छत्तीसगढ़ लोकसभा की 11 सीटों का परिणाम 4 जून को आ जाएगा,उसे लेकर दावे-प्रतिदावे का दौर शुरू है। भाजपा का दावा है कि सभी 11सीटों पर जीत होगी पर ऐसा लगता नहीं है? पिछली बार मोदी लहर में भी भाजपा को 9 सीटें मिली थी। इस बार कॉंग्रेस ने भाजपा के मुका बले वजनदार प्रत्याशी दिये हैं।पूर्व सीएम भूपेश बघेल चुनाव समर में उतरे थे, वैसे इस बार कॉंग्रेस अपना 2 लोस का रिकार्ड तोड़ने का भी दावा कर रही है।कांग्रेस को राजनांदगांव, बस्तर, जांजगीर,कांकेर,महासमुंद, कोरबा लोस से अधिक उम्मीद है?
उपचुनाव और मंत्री
पद की चर्चा तेज…?
लोस चुनाव में रायपुर से भाजपा के उम्मीदवार बृजमोहन अग्रवाल की जीत पर कोई संदेह ही नहीं है, अभी रायपुर दक्षिण के विधायक, छ्ग सरकार के शिक्षा मंत्री हैं, जाहिर है कि उन्हें शिक्षा मंत्री पद से इस्तीफा देना होगा, वहीं छ्ग में मंत्री का एक पद भी अभी रिक्त है,ऐसे में 2 नये मंत्री भी बनेंगे यह तय है।एक-दो मंत्री की शिकायत भी सरकार के पास पहुंची है।सतनामी समाज से एक तथा संघ परिवार, पिछडी जाति के एक विधायक को मंत्री बनाने की चर्चा है। इधर विस उपचुनाव को लेकर भी चर्चा है, विधायक बृजमोहन अग्रवाल के साथ ही छ्ग के भूपेश बघेल, क़वासी लखमा, देवेंद्र यादव भी चुनाव समर में हैं, इनके जीतने पर भी उप चुनाव होना तय है।
और अब बस….
0 लारेंस गिरोह की भी छ्ग में इंट्री हो गई थी, भला हो एसएसपी संतोष सिँह का… वारदात को अंजाम देने के पहले ही शूटरों को पकड़ लिया…!
0ज़ब से भाजपा की सरकार बनी है सड़क दुर्घटना तेज हो गई है…?
0बेमेतरा बारूद दुर्घटना के इतने दिनों बाद एफआई आर दर्ज होना समझ के परे है….?
0किस मंत्री ने कलेक्टर के साथ निकलने पर भाजपा समर्थकों को बीच से ही लौटा दिया…?