नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पहले शिक्षक पर्व को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कोरोना में शिक्षकों ने कई चुनौतियों का समाधान किया, लेकिन शिक्षकों के पास अपनी क्षमताएं आगे बढ़ाने का मौका है। समाज में शिक्षकों का योगदान बहुमूल्य और अतुलनीय है पीएम ने कहा कि कोरोना काल में हमारे सामने बहुत सारी चुनौतियां आई, लेकिन हमने सारी चुनौतियों को पार किया। आज स्कूल खुलने का उत्साह देखते ही बन रहा है। सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने और तकनीकी क्षमताओं को आगे बढ़ाने की जरूरत है। पीएम मोदी ने ऑनलाइन पढ़ाई को और सहज बनाने की अपील की।
I want to congratulate the teachers who received National Awards. You have worked under difficult circumstances. Your efforts are commendable: Prime Minister Narendra Modi at the inaugural conclave of Shiksak Parv pic.twitter.com/WhxM0iP0zu
— ANI (@ANI) September 7, 2021
शिक्षक पर्व में पीएम मोदी देशभर के शिक्षकों और विद्यार्थियों के साथ-साथ अभिभावकों से संवाद किया। पीएम मोदी ने कहा कि भविष्य के भारत को नया आकार देने के लिए हम लोग जुटे हैं। नया भारत आज नया संकल्प ले रहा है। उन्होंने कहा कि जनभागीदारी से देश में बड़े-बड़े काम हुए हैं।
जनभागीदारी से बड़े-बड़े काम हुए- पीएम
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने शिक्षा क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योजनाओं का शुभारंभ किया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा आज शिक्षक पर्व के अवसर पर अनेक नई योजनाओं का शुभारंभ हुआ है। ये इसलिए भी अहम है, क्योंकि देश अभी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। आजादी के 100 साल होने पर भारत कैसा होगा, भारत कैसा आकार लेगा, इसके लिए नए संकल्प लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आप सभी प्रशंसा के पात्र हैं, अब हमें जनभागीदारी को और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। जनभागीदारी से देश को नई ऊर्जा मिली है।
17 सितंबर तक चलेगा शिक्षक पर्व…
पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति से छात्रों में कम्पटीशन की भावना बढ़ेगी। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से शिक्षा पर्व का आयोजन किया गया है। यह 7 सितंबर से 17 सितंबर तक चलेगा।