जहाँ सच हैं,वहाँ पर हम खड़े हैं….. इसी खातिर आँखों में गड़े हैं…..

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )    भाजपा के कभी पितृ पुरुष कहलाने वाले भाजपा के…

ये समन्दर है,भला इसको क्या कमी होगी…. क्यों ये दिन-रात किनारों पे सर पटकता है….!

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )    चंद्रमा की सतह पर छोटे से रोबोट गाड़ी के…

हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैँ बदनाम…., वो क़त्ल भी करते हैं पर चर्चा नहीं होती….?

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )                      …

कुत्ते आपको देखकर मुस्कुराते भी हैं…

क्या कभी आपने गौर किया है कि कुत्ते यानी डॉग्स आपको देखकर मुस्कुरा रहे हैं? या…

हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम… वो कत्ल भी करते हैं पर चर्चा नही होती…

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )                छग में राजनीतिक सियासत…