हर वक्त मिलती है मुझे अनजानी सी सजा…. तकदीर से पूछूँ की मेरी खता क्या है….

                  शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )   …

तेरे करीब आकर बड़ी उलझन में हूँ…… मै गैरों में हूँ या तेरे अपनों में हूँ……

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )     भारतीय जीवन का वर्तमान दौर निःसन्देह सबसे चिंताजनक कालचक्र…

कुछ हार गईं तकदीर, कुछ टूट गये सपने… कुछ गैरों ने किया बरबाद, कुछ भूल गये अपने…

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )    भाजपा ने अपने बुजुर्ग नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरलीमनोहर जोशी…

बची हुई टहनियों पर अटकी बरबादियां : तारन प्रकाश सिन्हा

आलेख :  तारन प्रकाश सिन्हा          बाढ़ जैसे-जैसे उतरती है, तबाही का असली…