झूठ वाले कहीं से कहीं बढ़ गये ….. और मैं था कि सच बोलता रह गया…..

    शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )       भाजपा की सरकार ने संसद में…

हवाओं की भी अपनी-अपनी सियासतें होती हैँ …. कहीं राख को भड़का देती है कहीं जलते चिराग बुझा देती है …

शंकर पांडे -( वरिष्ठ पत्रकार )                     …

कहीं कांग्रेसियों को ही —यह ना कहना पड़ जाए “””आइए*”” “”आप”” का “”इंतजार है “

*✒️सत्य से साक्षात्कार* *संजय त्रिपाठी* *✋ वर्तमान गांधी परिवार के निजी नेता व कार्यकर्ता अभी भी…

कह दो अंधेरों से कहीं और घर बना लें मेरे मुल्क में रौशनी का सैलाब आया है…

कह दो अंधेरों से कहीं और घर बना लें मेरे मुल्क में रौशनी का सैलाब आया…

कहीं न सबको समंदर बहा के ले जाए….. ये खेल खत्म करो कश्तियां बदलने का..

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )        इजराइली फोन हैकिंग सॉफ्टवेयर पेगासस द्वारा भारत…

अतीत के कंधों पर चढ़कर, वर्तमान यहां तक पहुंचा है… अतीत के ताने-बाने में ही, वर्तमान कहीं छुपा है…

शंकर पांडे  ( वरिष्ठ पत्रकार )        भारत के प्रतीक चिन्ह चार शेरों वाली…