दरख़्तों से ताल्लुक का हुनर सीख ले इंसान… जड़ों में ज़ख्म लगते हैं, टहनियाँ सूख जाती हैं…

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )       भारत की राजनीति में आखिर हो क्या रहा…