किसी के ख्वाब में वो इस कदर तल्लीन लगती है… नदी वो गांववाली, आजकल गमगीन लगती है…

      ( शंकर पांडे , वरिष्ठ पत्रकार )         छत्तीसगढ के घनश्याम…

ये सियासत के चश्मे कुछ धुंधले हो गये हैं… चुनावी वादे आजकल सिर्फ जुमले हो गये हैं…

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )     केंद्र सरकार के 3 किसान बिलों के विरोध में…