देखकर फसल अंधेरों की,हैरत कैसी…. तुमने अपने खेतों में, उजाले ही कहाँ बोये थे….

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )  ठीक है,सीएए से विदेशी नागरिकों को नागरिकता दे दी जाएगी…