हम अपनी जान के दुश्मन को अपनी जान कहते हैं…. मोहब्बत की इसी मिट्टी को हिंदुस्तान कहते हैं….

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हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैँ बदनाम…., वो क़त्ल भी करते हैं पर चर्चा नहीं होती….?

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )                      …

हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम… वो कत्ल भी करते हैं पर चर्चा नही होती…

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )                छग में राजनीतिक सियासत…

निर्दोष ग्रामीणों को मुखबिर के शक में मारना नक्सलियों की कमजोरी एवं बौखलाहट के संकेत : पी सुंदरराज

नक्सलियों की ये कायराना हरकत ही नक्सल संगठन के खात्मा का कारण बनेगा जगदलपुर। विगत महीनों…