तप्त हृदय को …सरस स्नेह से जो सहला दे, मित्र वही है…

प्रवीण कक्कड़ /लेखक  जिस देश के वांग्मय में ब्रम्हा – विष्णु – महेश की मैत्री का…

कल समंदर से मिली तो, नाम सागर हो गया…. इस नदी का दोस्त, खारापन उजागर हो गया….

शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )         कोरोना महामारी के चलते छग में भी…