मुंबई : कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमा पर किसानों का आंदोलन चल रहा है। इसे लेकर राजनीति का दौर भी जारी है। अब आंदोलनरत किसानों के समर्थन में महाराष्ट्र के किसान भी खुलकर आ गए हैं। ऑल इंडिया किसान सभा के नेतृत्व में नासिक से पैदल चलकर हजारों किसान मुंबई पहुंच गए हैं। यहां आजाद मैदान में किसानों की एक बड़ी रैली बुलाई गई है जिसे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे सहित कांग्रेस के नेता भी संबोधित करेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि इसके जरिए तीनों सत्ताधारी पार्टियां राज्य के ग्रामीण इलाकों में अपना सियासी आधार मजबूत करने की कोशिश में हैं।
ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक धवले ने कहा कि यह सम्मेलन कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि किसान सभा आजाद मैदान में होगी जिसमें महाविकास अघाडी के नेता हिस्सा लेंगे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष व राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट और पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे सहित वामपंथी दलों के नेता भी रैली को संबोधित करेंगे। किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल 25 जनवरी को राजभवन जाकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को ज्ञापन सौंपेगे और साथ ही गणतंत्र दिवस के मौके पर आजाद मैदान में झंडा फहराएंगे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसान रैली के मद्देनजर पुलिस ने दक्षिण मुंबई स्थित आजाद मैदान और उसके आसपास के इलाकों की सुरक्षा की विशेष तैयारी की है और राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) के जवानों की तैनाती की गई है, इसके साथ ही ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा।
एआईकेएस की महाराष्ट्र शाखा ने एक बयान जारी कर दावा किया कि नासिक से करीब 15 हजार किसान शनिवार को टैंपो और अन्य वाहनों से मुंबई के लिए रवाना हुए हैं। राज्य सरकार में सहयोगी कांग्रेस की राज्य इकाई पहले ही इस रैली का समर्थन कर चुकी है।
एआईकेएस ने कहा कि विभिन्न इलाकों से किसान नासिक में जमा हुए और शनिवार को मुंबई के लिए रवाना हुए, यात्रा के दौरान रास्ते में और किसान जुड़े। बयान के मुताबिक मुंबई के लिए कूच करने वाले किसानों ने रात्रि विश्राम के लिए इगतपुरी के पास घाटनदेवी में पड़ाव डाला था।