ज्योतिष एवं वास्तु, धन-धान्य एवं सुख-समृद्धि : कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की अमावस्या को दिवाली के रूप में मनाया जाता है। इस साल दिवाली 14 नवंबर को शनिवार के दिन मनाई जाएगी। इस दिन सूर्यास्त के बाद माता लक्ष्मी की आराधना करने का प्रावधान है। इस दिन मां महालक्ष्मी के साथ भगवान गणेश, कोषाध्क्ष कुबेर, ज्ञान की देवी सरस्वती, कुलदेवता तथा इष्ट देव आदि की पूजा-आराधना करते हैं। पौराणिक कथाओं और मान्यताओं के अनुसार इस दिन धन की देवी मां महालक्ष्मी कार्तिक अमावस्या की मध्यरात्रि के समय अपने भक्तों के घर आती हैं और उन्हें धन-धान्य एवं सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं। ज्योतिष एवं वास्तु के अनुसार कुछ चीजें ऐसी होती है, जिनके घर में रहने से नकारात्मकता आती हैं और मां लक्ष्मी आपसे रुष्ट हो सकती है। इन चीजों को दिवाली से पहले ही घर से बाहर निकाल देना चाहिए।
कहा जाता है कि मां लक्ष्मी वहीं वास करती हैं जहां सब व्यवस्थित और साफ-सुथरा रहता है। दिवाली पर अपने घर की रंगाई और सफाई तो सभी करते हैं, लेकिन ज्योतिष और वास्तु कहता है कि घर में टूटी चीजें बिलकुल नहीं रखनी चाहिए। इस बात का विशेषतौर पर ध्यान रखें की कांच की टूटी हुई चीजें कतई न रखी हो। अगर आपके घर के खिड़की दरवाजों का कांच चटका हुआ या टूटा हुआ है तो दिवाली से पहले उसे बदलवा दें। इन चीजों से घर में अशुभता आती है।
अगर आपके घर में रुकी हुई बंद घड़ी है, तो उसे दिवाली से पहले घर से बाहर निकाल दें या फिर उसे सही करवा लें। घड़ी समय की सूचक हैं, इसलिए रुकी हुई घड़ी को व्यक्ति की प्रगति में बाधा माना जाता है। इसके अलावा घर में कोई बिजली का उपकरण खराब हैं, तो उसे भी या तो सही करवा लें या फिर दिवाली से पहले घर से बाहर कर दें।
पूजा घर में भगवान की खंडित तस्वीरें या खंडित मूर्ति रखना शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए दिवाली से पहले ही सारी खंडित मूर्तियां और तस्वीरों को किसी उचित स्थान पर रखवा दें। दिवाली के दिन सभी के घरों में गणेश लक्ष्मी की नई प्रतिमाएं आती हैं। दिवाली पर नई प्रतिमाओं की पूजा करने के पश्चात पुरानी मूर्तियों को किसी पवित्र स्थान पर रखवा दें।
दिवाली पर घर की सफाई करते समय जो भी पुराने बिना पहनने वाले जूते चप्पल हैं, उन्हें तुरंत घर से बाहर निकाल दें या किसी जरुरतमंद को दे दें। जूते चप्पलों से घर में नकारात्मकता आती है।