‘टाटा’ सच में भारत के अनमोल ‘रतन’ थे – सदाशिव यादव काका
इंदौर। हाल ही में देश के लिए एक बुरी खबर आई थी… जिससे समूचे देश मे शोक की लहर दौड़ गई. जब जाने-माने उद्योगपति रतन टाटा ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में 86 साल की उम्र में अंतिम सांस ली…रतन टाटा की गिनती सबसे सफल बिजनेसमैन की लिस्ट में की जाती है और उनके नेतृत्व में टाटा ग्रुप ने देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में डंका बजाया. रतन टाटा ने 1991 में ग्रुप की कमान अपने हाथ में ली थी और साल 2012 तक रतन टाटा कंपनी ने चेयरमैन बने रहे…टाटा ग्रुप का कारोबार पूरी दुनिया में फैला हुआ है और घर की रसोई से लेकर आसमान में हवाई जहाज तक ये नाम मौजूद है। समूह की 100 से ज्यादा लिस्टेड और अनलिस्टेड कंपनियां हैं और इनका कुल कारोबार करीब 300 अरब डॉलर का है. बात करें दिवंगत रतन टाटा की संपत्ति के बारे में, तो रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत के ‘रतन’ अपने पीछे अनुमानित करीब 3800 करोड़ रुपये की दौलत छोड़ गए हैं. रतन टाटा के दुनिया में फैले कारोबार को देख उनकी संपत्ति का ये आंकड़ा कम लग सकता है, इसके पीछे की वजह का जिक्र करें, तो उनकी कमाई का एक बड़ा हिस्सा दान में जाता था….रतन टाटा अपनी दरियादली के लिए जाने जाते थे और देश के टॉप दानवीरों में शुमार थे, जो अपनी आमदनी का बड़ा हिस्सा टाटा ट्रस्ट को दान कर दिया करते थे. ये दान टाटा ट्रस्ट होल्डिंग कंपनी के तहत फर्मों द्वारा की गई कुल कमाई का 66% योगदान देता है….2004 में आई सुनामी हो या फिर देश में कोरोना महामारी का प्रकोप, हर संकट के समय रतन टाटा मदद के लिए सबसे आगे रहे. न केवल सामाजिक कार्यों बल्कि आर्थिक तंगी से जूझने वाले छात्रों की भी मदद के लिए वे हमेशा आगे रहते थे। देश में रतन टाटा के इस अविस्मरणीय योगदान को देखते हुए सत्यशोधक समाज अंतर्राष्ट्रीय के संयोजक सुनील सरदार के निर्देशानुसार मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में सत्यशोधक समाज द्वारा स्वर्गीय रतन टाटा को श्रद्धांजलि सभा के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सत्यशोधक समाज अंतर्राष्ट्रीय के राष्ट्रीय प्रभारी हुकुमचंद जादम सैनी एवं प्रदेश अध्यक्ष सदाशिव यादव काका की अगुवाई में रविवार शाम को इंदौर में एमजी रोड नगर निगम गेट के सामने स्थित मसीही वाचनालय पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान श्री टाटा के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ ही उपस्थित वक्ताओं ने रतन टाटा के भारतीय उद्योग जगत के साथ ही उनकी विशाल दानशीलता का भी जिक्र किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से फादर पायस, वरिष्ठ पत्रकार हीरालाल वर्मा, हुकुमचंद जादम सैनी, सदाशिव यादव काका, कैलाशचंद्र साहू, रमेशचंद्र सैनी, राजेश यादव, महेंद्र बाली, देवेंद्र बिरगड़े, राहुल मांडले, यतींद्र चौहान, आशीष राठौर एवं इरफान मंसूरी सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे।