रायपुर : रायपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने 17 लाख से अधिक का सोना चांदी व बाइक के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी विजय शर्मा प्रोफेशनल तरीके से चोरी की वारदात को अंजाम देता था। बता दें कि आरोपी ने थाना पुरानी बस्ती क्षेत्रांतर्गत कुशालपुर स्थित प्रार्थी राजेन्द्र ओझा के सूने मकान में 26-27 सितंबर की दरम्यानी रात नकबजनी की घटना को अंजाम दिया था। बताया जा रहा है कि आरोपी घटना के दिन साइकिल से अमलेश्वर से रायपुर आकर चोरी की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस के अनुसार आरोपी पूर्व में भी चोरी के प्रकरण जेल जा चुका है।
प्रार्थी राजेन्द्र ओझा ने थाना पुरानी बस्ती में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह पहाड़ी तालाब के सामने बंजारी मंदिर के पास कुशालपुर में अपने परिवार सहित रहता है। बिजली विभाग के सेक्शन अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त है। प्रार्थी 26 सितंबर के शाम करीब 6 बजे अपने परिवार के साथ बेटी के घर सरोना रायपुर अपने घर में ताला लगाकर गए थे। 27 सितंबर के शाम करीब 6 बजे बेटी के घर सरोना से वापस घर आने पर देखा कि उसके घर का चैनल गेट का ताला बाहर टूटा पड़ा था। मकान का दरवाजा खुला था एवं कमरे का दरवाजा का ताला टूटा हुआ ताला बेसिंग में था। प्रार्थी कमरा अंदर प्रवेश कर देखा तो कमरे में रखें आलमारी का ताला टूटा हुआ था एवं आलमारी में रखें सोने चांदी के जेवरात एवं नगदी रकम नहीं था। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध थाना पुरानी बस्ती में अपराध क्रमांक 275/20 धारा 457, 380 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
संयुक्त टीम का किया गया था गठन….
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना पुरानी बस्ती एवं सायबर सेल (तकनीकी टीम) की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा घटना स्थल का बारिकी से निरीक्षण किया गया एवं कार्य योजना तैयार कर अज्ञात आरोपी की पतासाजी शुरू किया गया। टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी सहित उसके परिवार के अन्य सदस्यों तथा आसपास के लोगों से विस्तृत पूछताछ किया गया।
टीम ने दुर्ग निवासी विजय शर्मा को थाना लाकर पूछताछ करने पर विजय शर्मा बार-बार अपना बयान बदल रहा था। किसी भी प्रकार से चोरी की घटना में अपनी संलिप्तता नहीं होना बताकर लगातार टीम को गुमराह करने का प्रयास कर रहा था। टीम द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर वह अधिक समय तक अपने झूठ पर टिक न सका और अंतत: आरोपी विजय शर्मा द्वारा चोरी की उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया गया।