नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर हमला बोला। राहुल ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर आनी तय है, ऐसे में सरकार को अभी से ही तैयारी करनी होगी। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कोरोना को लेकर श्वेत पत्र जारी कर सरकार से गलती सुधारने की मांग की। राहुल गांधी ने कहा कि श्वेत पत्र का मकसद सरकार को रास्ता दिखाने है। दूसरी लहर में जिनको बचाया जा सकता था, जिनको बचाना मुश्किल था, लेकिन प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल चुनाव में व्यस्त थे। उनका दूसरी लहर पर कोई ध्यान नहीं था।



मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वैज्ञानिकों ने कोरोना की दूसरी लहर के लिए सरकार को चेताया था, लेकिन सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया। दूसरी लहर संभालने में सरकार विफल रही है। सरकार की लापरवाही से लाखों लोगों की मौत हुई, करोड़ों लोग कोरोना से प्रभावित हुए। अब तीसरी लहर, चौथी लहर आने की संभावना है। पूरा देश जानता है कि तीसरी लहर आने जा रही है, ऐसे में सरकार को पहले से इसकी तैयारी करनी चाहिए।
राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी की ओर से श्वेत पत्र जारी करने पर कहा कि इसमें तीसरी लहर की तैयारी, दूसरी लहर की खामियां, आर्थिक रूप से मदद और और पीड़ित परिवारों को मुआवजे की व्यवस्था का जिक्र है। राहुल ने कहा कि जब तीसरी लहर आए तो आम लोगों को कम से कम परेशानी हो और जिनके परिवार में कोरोना से मौत हुई है उन्हें मदद दी जाए
Congress leader Rahul Gandhi to hold a press conference via video conferencing at 11 am today, to release a white paper on COVID19
(file photo) pic.twitter.com/ugblw6aZ68
— ANI (@ANI) June 22, 2021
गौरतलब है कि बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ लगातार हमलावर रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर भी मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए खास अंदाज़ में सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने ट्विटर पर हैशटैग के साथ लिखा, “ये योग दिवस है, न कि योग दिवस की आड़ में छिपने का दिन।”
4 लाख की सहायता राशि नहीं देने पर सरकार पर सवाल…
बीते दिन राहुल गांधी ने कोरोना महामारी के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने में केंद्र की ओर से असमर्थता जताए जाने पर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा । राहुल गांधी ने ट्वीट किया ‘जीवन की कीमत लगाना संभव नहीं है, सरकारी मुआवजा सिर्फ एक छोटी सी सहायता होती है, लेकिन मोदी सरकार यह भी करने को तैयार नहीं।’ राहुल ने ट्वीट में आगे लिखा ‘कोविड महामारी में पहले इलाज की कमी, फिर झूठे आंकड़े और ऊपर से सरकार की यह क्रूरता।’