चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पंजाब कांग्रेस में चल रही कलह के बीच शनिवार को पंजाब के विधायकों की मीटिंग बुलाई गई थी। इससे पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने समर्थक विधायकों और मंत्रियों के साथ बैठक की। इसके बाद राजभवन पहुंचे और अपना त्यागपत्र सौंप दिया। वहीं सूत्रों के अनुसार, वे पार्टी को भी जल्द ही अलविदा कह सकते हैं। उनके बेटे रणइंदर सिंह ने ट्वीट कर कैप्टन के इस्तीफे की पुष्टि की।
वहीं विधायक दल की बैठक के मद्देनजर पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ को पार्टी हाईकमान ने चेन्नई से चंडीगढ़ बुला लिया है। कुछ देर पहले ही जाखड़ ने ट्वीट कर राहुल गांधी के पंजाब संबंधी फैसले का स्वागत किया था। हालांकि ट्वीट में उन्होंने फैसले के बारे में खुल कर कुछ नहीं लिखा। वहीं, जाखड़ को लेकर यह कयास लगाए जा रहे हैं कि शाम पांच बजे कांग्रेस भवन में उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया जाएगा और कैप्टन के स्थान पर जाखड़ मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे।
इसी साल अप्रैल में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने कोटकपूरा फायरिंग मामले की जांच कर रही एसआईटी को रद्द कर रिपोर्ट को खारिज कर दिया था। इस एक फैसले ने पंजाब कांग्रेस में कलह की नींव रखी। जो अब अपने चरम पर पहुंच गई है। हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच तल्खी इस कदर बढ़ी कि पार्टी दो फाड़ हो चुकी है और कैप्टन को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। अभी तक कैप्टन और सिद्धू के मामले में आलाकमान समझौते के मूड में था लेकिन अब बात आर-पार की हो गई। इसी सिलसिले में शनिवार को पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। हालांकि अचानक बैठक बुलाए जाने से कैप्टन नाराज थे और उन्होंने पहले ही इस्तीफा दे दिया।