लखनऊ : लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा का मुद्दा अभी थमा नहीं है। गुरुवार को भी इस पर सियासत जारी है। एक ओर इस मामले में जहां न्यायिक जांच के लिए एक सदस्यीय आयोग का गठन कर दिया गया है, वहीं दूसरी तरफ विपक्ष आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा हुआ है। बुधवार को राहुल और प्रियंका गांधी के पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद आज अखिलेश यादव, सतीश मिश्रा नवजोत सिद्धू समेत कई विपक्षी नेता लखीमपुर जाकर पीड़ित परिवारों से मिलेंगे।
बुधवार देर रात तक प्रियंका गांधी और राहुल गांधी मृतक किसानों और पत्रकार के परिवारों से मिले। इसके बाद गुरुवार सुबह प्रियंका ने कहा है कि लोकतंत्र में न्याय हमारा अधिकार है। जब पीड़ितों को न्याय नहीं मिल जाता मैं उनके लिए लड़ूंगी। मैं कल जिन भी परिवारों से मिली उनकी सिर्फ एक मांग थी कि हमें न्याय दिलाओ। उन्होंने कहा कि गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र की नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। जब तक मामले की जांच नहीं होती उनकी बर्खास्तगी होनी चाहिए।
अखिलेश यादव लखीमपुर खीरी के लिए रवाना…
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आज सुबह लखनऊ से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए। यहां वो मृतक किसानों और पत्रकार के परिवार से मुलाकात करेंगे। लखीमपुर के लिए रवाना होने से पहले अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कि आप न्याय की उम्मीद कैसे कर सकते हैं जब गृहराज्य मंत्री खुद लोगों धमकाएं। सुप्रीम कोर्ट ने मामले का स्वतः संज्ञान लिया है और हम उम्मीद करते हैं कि पीड़ित परिवारों को न्याय मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर बोले- राहुल को नहीं मालूम क्या बोल रहे हैं क्या नहीं…
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा मामले में न्याय की मांग कर रहे राहुल गांधी को लेकर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि, ‘राहुल गांधी को मालूम नहीं कि क्या बोल रहे हैं क्या नहीं। जब वे लोग इससे सहमत हैं तो उनको ऐसी बात करने का क्या औचित्य है कि वे कह रहे हैं कि न्याय चाहिए। उन लोगों को न्याय मिलेगा, सरकार जांच कर रही है, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।