शंकर पांडे ( वरिष्ठ पत्रकार )
बंगलादेश की पूर्व पीएम शेख़ हसीना ने लोकतंत्र, संविधान को कुचल डाला था। जिसने विरोध किया उसे जेल में डाल दिया, विपक्ष के नेताओं को देश द्रोही,ग़द्दार कहा, विदेशी एजेंट कहा , 6 महीने पहले ही चुनाव में 300 में 280 से ज़्यादा सीटें जीत गईं थीं,क्योंकि विपक्ष ने तो चुनाव का बहिष्कार कर दिया था। शेख़ हसीना के इशारे पर न्यूज़ चैनल चलते थे?अदालतें उनके हिसाब से ही फ़ैसले लिखती थीं? पूर्व पीएम ख़ालिदा जिया को जेल में डाल दिया था उन्हें इलाज तक के लिए नहीं जाने दिया, हसीना को भ्रम था कि उनके “मन की बात” पूरे बांग्ला देश के मन की बात है। फिर जनता का ये भ्रम टूट गया।शेख़ हसीना 5 बार पीएम रहीं, पर जब आप जनता के प्यार को तानाशाही का लाइसेंस समझ लेते हैं तो जनता आपको नाज़ से नासूर में बदलते देर नहीं लगाती । लोग नीतियाँ बनाने के लिए वोट देते हैं,विपक्ष मुक्त करने के लिये नहीं ?शेख़ हसीना ने प्रजातंत्र के सारे सिस्टम तहस- नहस कर डाले थे। वें नहीं जानती थीं कि विपक्ष को लेकर फैलाये गये झूठ, चुनाव आयोग के फ़रेब, अदालतों की बेहयाई से ऊब गई जनता के सब्र का बांध टूटेगा तो इस तरह भागना पड़ेगा। अब बांग्ला देश में अंतरिम सरकार बन चुकी है,और हसीना सुर क्षित ठिकाने की तलाश में है..?
मोदी सरकार में बढा
236% कर्ज़…..!
2014 में जब कांग्रेस की मनमोहन सिंह सरकार केंद्र में थी तब भारत पर सिर्फ 55 लाख करोड़ का कर्ज था, 2014 से अभी तक देश में नरेन्द्र मोदीनीत सरकार है,मोदी सरकार ने कड़े परिश्रम से 236% कर्ज बढ़ा दिया, मोदी सरकार ने भारत का कर्ज कैसे बढ़ाया…!सन 2014 में 55 लाख करोड़ से 185 लाख करोड़ की यात्रा पर एक नजर…..•2018 में 93 लाख करोड़ • 2019में 105 लाख करो ड़ • 2020 में 121 लाख करोड़ • 20 21 में 138 लाख करोड़ • 2022 में 156लाख करोड़ •2023 में 171लाखकरोड़ •2024 में अभी तक 185 लाख करोड़ रु….!
डीजीपी जुनेजा का
कार्यकाल 6 माह बढ़ा..
डीजीपी अशोक जुनेजा का सेवाकाल 6 माह बढ़ा दिया गया है। “आइना ए छत्तीसगढ़” कॉलम में 12 जुलाई को ही कार्य काल 6 माह बढ़ाने का संकेत से दिया था, अब फरवरी 25 तक जुनेजा डीजीपी बने रहेंगे । कार्य काल बढ़ाने की चर्चा राजनीतिक गलि यारे में इसलिए भी हो रही थी, क्योंकि भाजपा की सरकार बनने के बाद नक्सल मोर्चे पर पुलिस जवानों को लगातार सफ लता मिल रही है।पिछले 6/7 माह में150 से अधिक नक्सली मारे जा चुके हैं,तो करीब एक हजार आत्मसम र्पण / गिरफ्तार हो चुके हैँ। रणनीति के पीछे राज्य सरकार,डीजीपी अशोक जुनेजा ही हैँ । फिलहाल राज्य सरकार यह नहीं चाह ती थी कि नक्सल मोर्चे पर की जा रही कार्यवाही में कोई भी रुकावट हो।हालां कि केंद्र सरकार के आदेश पर राज्य सरकार ने प्रस्ताव भेजा था ? हाल ही में 2 आईपी एस का प्रमोशन हुआ है।अरूण देव गौतम और हिमांशु गुप्ता डीजी पदोन्नत हो गए हैं।अरुण देव गौतम 1992, हिमांशु गुप्ता 1994 बैच के अफ सर हैं।अशोक जुनेजा के रिटायर मेंट की चर्चा के बीच इन दो अफसरों के प्रमोशन के बाद सरकार के पास नए डीजीपी को लेकर रास्ते खुल गए थे, लोग इस बात कयास लगा रहे थे कि इन दोनों अफसरों में से ही कोई एक जुनेजा की जगह ले सकता है। अब तो 6 माह का इंतजार बढ़ गया है, इधर 1992 बैच के आईपी एस पवनदेव के विरुद्ध विभागीय जाँच लंबित होने पर फिलहाल डीजी पदोन्नत नहीं किया गया है।जाँचपूरी होने पर पदोन्नत किया जा सकेगा जुनेजा के बाद इन तीनों में से किसी को डीजी पी बनाया जाना चाहिये,पर सरकार किसी जूनियर को भी कार्यकारी डीजीपी बना सकती है, जुनेजा अगले 6 माह बाद रिटायर होंगे, वहीँ अरुणदेव गौतम जुलाई 27 पवनदेव जुलाई 28,हिमांशु गुप्ता जून 29, एसआरपी कल्लूरी मई 31,प्रदीपगुप्ता जुलाई 31,विवेकानंदसिन्हा जनवरी 32, दीपांशु काबरा जुलाई 34 में रिटायर होंगे तो एडीजी गुप्तवार्ता अमित कुमार दिसंबर 35 में सेवा निवृत होंगे।
और अब बस
0 केंद्र ने स्वास्थ्य और जीवन बीमा का प्रीमियम भरने वालों से जीएसटी लगा 24 हजार करोड़ वसूले हैं, इसे ही कहते हैं ‘आपदा में अवसर’…..?
0बांग्लादेश का विमान माना में 2015 से खड़ा है और पार्किंग किराया 4 करोड़ से अधिक हो गया है।
0छ्ग में डबल इंजन की सरकार है या बिना इंजन की…?
0निवृतमान राज्यपाल के जाने से किस विधायक को दुख है….?