बिप्लब् कुण्डू,पखांजूर । शासन द्वारा मोटी रकम ले पटटा देने की योजना के विरोध में आज नगर पूर्णः बंद रहा। सुबह से ही पुराना तथा नया बाजार के दुकानदारों ने अपनी दुकानों को बंद कर इस योजना का विरोध किया आज के इस विरोध में नगरवासियों ने भी साथ दिया और शासन द्वारा निःशुल्क पटटा दिऐ जाने का समर्थन किया। व्यपारी शासन से वायदे के अनुसार निःशुल्क पटटा देने की मांग की साथ ही अधिकारियों द्वारा दुकानदारों पर दवाव बनाने का भी विरोध कर रहे है। व्यपारियों ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा और निःशुल्क पटटा देने के साथ साथ नगर में रिक्त शासकीय भूमी के प्रकरण भी निरस्त करने की मांग की।
प्रशासन द्वारा अर्से से शासन की भूमी स्वामी पटटा योजना के तहत पटटा देने की कार्यवाही कर रही थी पर इस योजना में लोगों की कम दिलचस्पी देख जैसे ही अधिकारियों ने इस योजना के तहत दवाव बनाना शुरू किया वैसे ही दुकानदार इसके विरोध में उतर आऐ। दुकानदारों का आरोप है की पखांजूर तहसीलदार द्वारा एक दो व्यपारी को रोज बुला उन पर दवाब बनाया जाता है और पटटा न लेने पर दुकान तोड़ देने की धमकी दी जाती है। कुछ दिनों पूर्व एक व्यपारी पर इसी तरह से दवाब बनाया गया व्यपारी ने इसकी जानकारी बजार कमेटी को दी जिसके बाद बाजार पुराना तथा नया बाजार के दुकानदार इसके विरोध में उतर आऐ। इस विरोध प्रदर्शन को नगरवासियों का भी समर्थन रहा और सभी ने आज के बंद का समर्थन कर प्रशासन द्वारा दवाव बनाने का विरोध किया और सभी को निःशुल्क पटटा देने की मांग की। योजना के विरोध में पखांजूर नगर पूरी तहर से बंद रहा और दुकानदारों ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप शासन की घोषणा अनुसार निःशुल्क पटटा देने की मांग की। व्यपारीयों ने कहा की नगर में बड़ी संख्या में समान्य दुकानदार है साथ ही गरीब वर्ग के लोग भी है जो शासन द्वारा निर्धारित 152 प्रतिशत की दर से प्रमियम राशि का भुगतान नहीं कर सकते जिस कारण वे पटटा के लिए पात्र नहीं है एसे में यह योजना गरीब वर्ग के साथ अन्याय है साथ ही शासन ने सभी को निःशुल्क पटटा का वायदा किया था उसे इस वायदे को पूरा करना चाहिए और सभी दुकानदार एंव नगर के अन्य भूमी में कब्जाधारियों को निःशुल्क पटटा देना चाहिए।
आज के बंद के बाद पुलिस प्रशासन की सक्रिय हुआ और सुबह ही सभी दुकानदारों का थाने में बुलाया गया। इस दौरान पखांजूर एसडीओपी मंयक तिवारी पुलिस निरिक्षक पखांजूर शरद दुबे ने सभी दुकानदारों से आंदोलन की रूप रेखा की जानकारी ली और किसी भी प्रकार का धरना प्रदर्शन न करने सोसल डिस्टेंिसंग का पालन कर ज्ञापन देने संबधी दिशा निर्देश दिऐ। पुलिस के निर्देश के बाद आंदोलन महज बंद तक ही सीमित रह गया। दुकानदार ज्ञापन के पूर्व बैठक करने की योजना थी पर पुलिस के हस्तक्षेप के बाद सारी योजना धरी की धरी रह गई। जिसके बाद कुछ व्यपारी 3 बजे एसडीएम कार्यालय पहुंचे और महज ज्ञापन दे चले गऐ। इस बंद के लिए पुराना बाजार तथा नया बाजार कमेटी द्वारा एक संयुक्त कमेटी बनाई गई है जो इस आंदोलन को लीड कर रही है। आज का बंद काफी सफल रहा पुलिस ने व्यपारियों को जबरन दुकान बंद न करने के निर्देश दिऐ थे पर लगभग एक दो दुकान छोड़ नगर की सभी दुकाने बंद रही।
आज पूर्व नगर पंचायत अ/यक्ष असीम राय व नया बाजार के वार्ड क्रमांक 7 के पार्षद ने भी तहसीलदार को शिकायत पत्र सौंप और रिक्त भूमी के प्रकरण निरस्त करने की मांग की। उन्होनंे आरोप लगाया की शासन की भूमी स्वामी योजना पखांजूर में शासकीयभूमी स्वामी योजना बन गई है। उन्होनंे बताया की पखंाजूर में पूर्व कब्जा की भूमी लेने से अधिक आवेदन शासकीय खाली जमीन के लिए दिए जा रहे है। नया बजार स्थित बस स्टैंड, पशु चिकित्सालय, की सारी की सारी भूमी का पटटा नगर के प्रभावशालियों को देने का प्रकरण बना लिया गया है साथ ही कालोनी की भूमी जहा शासकीय अवास था वहां का भी प्रकरण बना शासन पटटा देने की तैयारी में है एसे में यह योजना पखांजूर में भूमाफिया के लिए वरदान बन रही है।
पखांजूर तहसीलदार शेखर मिश्रा ने बताया की शासकीय रिक्त भूमि का एक भी प्रकरण स्वीकृत नहीं किया गया है। वे पात्र हितग्राहियों को बुला कर इस योजना के संबध में जानकारी देते है और पटटा लेने से होने वाले लाभ के संबध में बताते है उनके द्वारा किसी पर इस योजना के तहत पटटा लेने के लिए वेजा दवाब नहीं बनाया गया यह आरोप निराधार है।