नोबल पुरूस्कार विजेता कैलाष सत्यार्थी फाउंडेषन दिल्ली में है- इंपैनलड लायर
रायपुर । कहते हैं हीरा कहीं भी छिपा हो जौहरी की पारखी नजरों से छिप नहीं सकता, ऐसा ही कुछ हुआ छत्तीसगढ़ जैसे छोटे राज्य की राजधानी रायपुर स्थित समता काॅलोनी निवासी सुगंधा जैन के साथ जिन्होंने यूनाइटेड किंगडम की यूनिवर्सिटब्ी आॅफ आक्सफोर्ड द्वारा मोनरो ई-प्राइस मीडिया लाॅ मूट कोर्ट काम्पटीषन के जज के लिए उनका चुनाव हुआ। यूके की आॅक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में बोनवरो इंस्टीट्यूट आॅफ हृयूमन राइटस द्वारा 12 से 16 अप्रैल 2021 के बीच 14वां मोनरो ई-प्राइस मीडिया लाॅ मूट कोर्ट काम्पीटिषन का फाइनल इंटरनेषन राऊँड आॅनलाइन हुआ, इस अंतर्राश्ट्रीय प्रतियोगिता में सारे विष्व (फ्रांस, जर्मनी, यूरोप, लंदन, मलेषिया आदि देषों से 150 काॅलेज की टीम ने भाग लिया) जिसमें भारत की बंगलौर जो टाॅप की काॅलेज है प्रथम आई। प्रतियोगिता में कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के रिसर्च एसोसिएट प्रोफेसर रिचर्ड डेनबरी और फ्रांसेसा फैनुकी जैसे प्रतिश्ठित विद्वानों के साथ सुगंधा जैन ने जज के रूप में डायस षेयर किया।
सुगंधा दिल्ली में इस वक्त नोबल पुरूस्कार प्राप्त बचपन बचाओ आंदोलन के प्रणेता कैलाष सत्यार्थी फाउंडेषन में इंपैनलड लायर है।
सुगंुधा जैन ने अभी 13 अप्रैल 2021 में ही (Kiss ) कलिंगा यूनिवर्सिटी आॅफ सोषल साइस की ‘‘कलिंगा फैलोषिप‘‘ पूर्ण की जिसमें मुख्य रूप से विष्वस्तरीय संस्थाएं जैसे- IBM ब्रिज इंस्टीट्यूट IJM, halotrade, Mekong Club, Mission Better tomorrow सेवा आश्रम आदि पार्टनर है, यह फैलोषिप इंटरनेषनल लेवल की है, इस फैलोषिप में विभिन्न क्षेत्र के प्रतिश्ठित जैसे पुलिस अधिकारी बैंक, सिविल सोसायटी वकील आदि बहुत से Dignitaries इस फैलोषिप में षामिल है। इस फैलोषिप का वैलीडिक्टरी कार्यक्रम जून में आयोजित है।
विधिक मामलों में नारी उत्पीड़न, बाल संरक्षण एवं पीड़ितों को न्याय दिलाने की एवं कुछ अलग करने की ललक के चलते सुश्री सुगंधा जैन ने लाॅ की षिक्षा नागपुर से सन् 2016 में ग्रहण करने के बाद वहीं से क्रिमलरेलाॅजी में एल.एल.एम. कर रही है। छत्तीसगढ़ को विधिक मामलों में नई ऊँचाईयों पर ले जाने कि दृढ़ इच्छा के चलते उन्होंने दिल्ली को ही अपना कार्य क्षे़त्र बनाया और सन् 2016 में वे दिल्ली आ गई यहां प्रेक्टिस करते हुए पीजी डीएम इन इंटरनेषनल हृयुमेनीटेरियम एंड रिफ्यूजी लाॅ, इंटरनेषनल लाॅ एंड डिप्लोमेसी फ्राम आई.एस.आई.एल. डिप्लोमा इन सायबर लाॅ (मुंबई) आदि कोर्सस करके अपने को इस क्षेत्र के लिए पारंगत किया।
व्यवासायिक परिवार से ताल्लुक रखने के बाद भी कानून के प्रति जागरूकता लाने के लिए सुगंधा ने लाॅ को अपने कैरियर के रूप में चुना। लाॅ के प्रति विषेश दृश्टिकोण रखने के कारण ही छत्तीसगढ़ राज्य बाल आयोग में इंटर्नषिप की उसके पष्चात जब वे दिल्ली में रहने लगी तब उन्हें राश्ट्रीय बाल आयोग में उन्हें कार्य करने का अवसर मिला, जहां उन्हें अच्छा अनुभव प्राप्त हुआ। सुप्रीम कोर्ट बार चुनाव की मानिटरिंग टीम में उन्हें सन्- 2018 में षामिल किया गया जहां उन्होंने सीनियर एडव्होकेट षेखर नाफड़े के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट की चुनावी प्रणाली को समझा। उन्होंने सरकार को कंज्युमर मामलों में लिखित में सुझाव भी दिए (Consumer Amedment 2019) के लिए। एषियन लाॅ काॅलेज नोएडा द्वारा आॅनलाइन मूट कोर्ट प्रतियेागिता में वे दो बार जज रहीं, प्रतियोगिताएं क्रमषः जुलाई 2020 एवं अगस्त 2020 में हुई थी, इसके अलावा चेतना संस्था नोएडा द्वारा चाइल्ड सेक्सुल एब्युज पर 20 Sep 2020 एवं 18 Oct 2020 अलग-अलग विशयों पर आधारित कार्यक्रम में स्पीकर रहीं।
कलिंगा यूनिवर्सिटी रायपुर द्वारा आयेाजित इंडक्षन प्रोग्राम (नवप्रवेषी विद्यार्थियों का मार्गदर्षन) में वो सम्माननीय सदस्य के रूप में उपस्थित रहीं और उन्होंने स्टुडेंटस् को लाॅ के क्षेत्र में संभावनाओं की विस्तार से जानकारी दी, उनके प्रष्नों का समाधान किया, उन्हें मार्गदर्षन दिया।
बहुमुखी प्रतिभा की धनी सुगंधा जैन छ.ग. राज्य बाल कल्याण की सदस्य भी हैं, उन्होंने मठपुरैना (रायपुर) सरस्वती षिषु मंदिर में सन् 2016 में देषी खेल जैसे कबड्डी, खो-खो, कुर्सी दौंड़, नींबू दौंड़, रस्सी कूद, दौंड़ आदि का आयोजन किया। लगभग 500 विद्यार्थी को षामिल किया। ज्ञात हो उस स्कूल में बस्ती के बच्चे पढ़ते हैं, सभी विजेताओं को मैडल एवं सभी प्रतिभागी को सर्टिफिकेट दिया गया।
वर्तमान में कैलाष सत्यार्थी फाउंडेषन में इम्पैनल लायर होने के साथ वे दिल्ली के सभी कोर्ट में अपनी प्रेक्टिस कर रहीं है।
बिना किसी विधिक पृश्ठभूमि के बाद भी देष की राजधानी दिल्ली एवं विष्व में अपन सषक्त पहचान बनाने उत्सुक यह युवा अपने समस्त कार्य करने के साथ-साथ दिल्ली अधिवक्ता परिशद में ज्यूडसरी के बच्चों को निषुल्क कोचिंग दे रही है।