मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा मांगे गये राशि पर भाजपा सांसदों की चुप्पी प्रदेश की जनता के साथ धोखा है
केंद्र सरकार कोरोना महामारी के कठिन समय मे राजनीतिक द्वेष के नजरिये से प्रदेश का साथ सौतेला व्यवहार कर रही है
प्रदेश के भाजपा सांसद दिल्ली केवल बड़े नेताओं के साथ फोटो खिंचवाने जाते है प्रदेश हित से कोई सरोकार नही
रायपुर। छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसदों की रविवार को दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से संसद भवन के सेंट्रल हॉल में अचानक हुई मुलकात पर सवाल खड़ा करते हुवे प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा है कि भाजपा सांसदों की मुलकात के दौरान डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोना महामारी से लड़ने के लिये छत्तीसगढ़ राज्य को क्या देने का आश्वासन दिया है,यह बात भाजपा सांसदों को प्रदेश की जनता को बताना चाहिए। जिस समय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केंद्र सरकार से प्रदेश के लिये तीस हजार करोड़ रुपयों की राहत राशि की मांग की थी और कोरोना महामारी से निपटने कें लिये अलग से राशि की मांग की थी तब भाजपा सांसदों के मुँह में दही जमा हुवा था।वो खामोश थे और केंद्र सरकार द्वारा की जा रहे सौतेले व्यवहार पर भाजपा सांसदों की मौन सहमति थी।
प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि भाजपा सांसदों को इस मुलाकात पर केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन से किन बातों पर सहमति मिली और किन विषयो पर आश्वाशन मिला राज्य को कोरोना महामारी से निपटने के लिये कितने रुपयों मदद मिलने पर सहमति बनी इस बात का खुलासा तत्काल करने की मांग की है,कांग्रेस प्रवक्ता ने आशंका जाहिर किया है कि राज्य के भाजपा सांसदों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने संसद भवन के सेंट्रल हाल में सिर्फ अलग-अलग एंगल से फोटो खिंचाया,और मीडिया में प्रसारित भर करवाया है। प्रवक्ता विकास ने डॉ. हर्षवर्धन से मुलाकात करने वाले सांसदों से पूछा है कि क्या वह बताएंगे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ को कोरोना महामारी से लड़ने के लिए कितने की राशि देने की बात कहे है और राज्य के जीएसटी की मद में मिलने वाली 2828 करोड़ की राशि पर टालमटोल करने वाली केंद्र सरकार से भाजपा सांसदों ने क्या कहा,राशि प्राप्ति कें लिये क्या प्रयास किये इसकी भी जानकारी प्रदेश की जनता को देनी चाहिये।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने भाजपा सांसदों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना महामारी के लिए केंद्र मदद की मांग की है, लेकिन यह उसमें की भी भाजपा सांसद ने जनहित पर भी सहमति नहीं जताई और तो और यह कोरोना महामारी के दौरान अपने निर्वाचन क्षेत्र से भी नदारद रहे है।छत्तीसगढ़ राज्य मोदी सरकार के खामी और द्वेषपूर्ण व्यवहार के कारण कठिन समय से गुजर रहा है।और भाजपा सांसद केंद्रीय स्वास्थमंत्री के साथ केवल फ़ोटो खिंचाने की रस्म अदायगी करके अपना पल्ला झड़ने में लगे है इन भाजपा सांसदों द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य जो कि कोरोना महामारी की लड़ाई लड़ रहा है उसके नागरिकों की हितों की रक्षा के लिये प्रधानमंत्री मोदी से एक शब्द नही कहा जा रहा है जबकि आज दलगत राजनीति से उठकर प्रदेश का साथ देने का समय है।